नई दिल्ली: आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी ने युवाओं के लिए एक बड़ा चुनावी वादा किया है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर वह सत्ता में आती है तो बेरोजगार युवाओं को हर महीने ₹8500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य देश में बेरोजगारी की समस्या को कम करना और युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इस घोषणा को “युवा अधिकार योजना” का नाम दिया है। इसके तहत 18 से 35 वर्ष की आयु के बेरोजगार युवाओं को उनकी शिक्षा और कौशल के आधार पर हर महीने ₹8500 दिए जाएंगे। इस योजना को लागू करने के लिए कांग्रेस ने अलग से एक बजट आवंटित करने और इसे पारदर्शी तरीके से लागू करने का भरोसा दिलाया है।
क्या है कांग्रेस का उद्देश्य?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “देश में बढ़ती बेरोजगारी युवाओं के सपनों को तोड़ रही है। हमारा उद्देश्य उन्हें एक मजबूत आधार देना है ताकि वे अपनी क्षमताओं को निखार सकें और देश के विकास में योगदान दे सकें।” उन्होंने इस योजना को “देश के युवाओं की आवाज” करार दिया और इसे कांग्रेस के सामाजिक न्याय एजेंडे का हिस्सा बताया।
योजना की प्रमुख विशेषताएं:
- आर्थिक सहायता: बेरोजगार युवाओं को हर महीने ₹8500 सीधे उनके बैंक खातों में स्थानांतरित किए जाएंगे।
- शैक्षिक योग्यता और कौशल आधारित चयन: सहायता प्राप्त करने के लिए पात्रता का निर्धारण शैक्षिक योग्यता और कौशल प्रशिक्षण के आधार पर किया जाएगा।
- पारदर्शिता और डिजिटलीकरण: योजना का प्रबंधन एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
- नौकरी खोजने में मदद: आर्थिक सहायता के साथ-साथ कांग्रेस ने रोजगार मेलों और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों की भी घोषणा की है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस घोषणा पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। भाजपा ने इसे “चुनावी स्टंट” करार दिया है और कांग्रेस पर लोकलुभावन वादे करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस तरह की योजनाओं के लिए धन कहां से आएगा, इसका कोई स्पष्ट खाका कांग्रेस ने पेश नहीं किया है।
युवाओं की प्रतिक्रिया
देशभर के युवाओं ने इस योजना पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ युवाओं ने इसे बेरोजगारी के खिलाफ एक सकारात्मक कदम बताया है, तो कुछ ने इसे अस्थायी समाधान मानते हुए रोजगार सृजन पर जोर देने की आवश्यकता बताई है।
चुनावों पर इसका प्रभाव
कांग्रेस की इस घोषणा को आगामी विधानसभा चुनावों में एक मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। पार्टी ने इस योजना के जरिए युवाओं, विशेष रूप से पहली बार मतदाता बनने वाले नागरिकों को आकर्षित करने का प्रयास किया है।
कांग्रेस के इस कदम का असर आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार और मतदाताओं के रुझान पर किस तरह पड़ता है, यह देखना दिलचस्प होगा।