ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ यात्रा और उससे जुड़ी गतिविधियों पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. भगवान जगन्नाथ की यात्रा 23 जून को होनी थी और 10 से 12 लाख लोगों के जमा होने की उम्मीद थी. आपको बता दे की श्रद्धा और यात्रा का यह कार्यक्रम लगभग 10 दिन तक चलता है. कोर्ट ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य और कोरोना की स्थिति को देखते हुए ये आदेश देना ज़रूरी है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर हम रथयात्रा को अनुमति नहीं देंगे तो भगवान जगन्नाथ हमें इसके लिए माफ कर देंगे. कोर्ट ने यह भी कहा कि भगवान जगन्नाथ का काम कभी नहीं रुकता है.
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23 जून को पुरी(ओडिशा) के जगन्नाथ मंदिर में होने वाली वार्षिक रथ यात्रा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) June 18, 2020
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ओडिशा विकास परिषद नाम के संगठन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि राज्य में 30 जून तक धार्मिक स्थलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है, लेकिन प्रशासन की तरफ से रथयात्रा को मंजूरी दिए जाने के संकेत मिल रहे हैं.
लाखों लोगों के जमा होने से कोरोना के विस्फोटक तरीके से फैलने की आशंका है, इसलिए कोर्ट रथयात्रा पर रोक लगाए. राज्य सरकार से कहे कि वह इस साल यात्रा की अनुमति न दे।