नई दिल्ली: वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा, पिछले 2 दिन में इस समिट में 120 से ज्यादा विकासशील देशों ने शिरकत की. यह ग्लोबल साउथ की सबसे बड़ी वर्चुअल सभा है… पिछले 3 साल खासकर हमारे जैसे विकासशील देशों के लिए कठिन रहे हैं.
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के समापन के दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में कहा नए साल की शुरूआत एक नई आशा का समय है. हम सभी ग्लोबलाइजेशन का समर्थन करते हैं. भारत ने हमेशा विश्व को एक परिवार के रूप में देखा है. लेकिन विकासशील देश ऐसा ग्लोबलाइजेशन चाहती हैं जिससे जलवायु संकट या ऋण संकट उत्पन्न न हो. हम ऐसा ग्लोबलाइजेशन चाहते हैं जिससे वैक्सीन का असमान वितरण न हो, जिसमें समृद्धि और मानवता की भलाई हो.
‘भारत एक ‘ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करेगा’: PM मोदी
पीएम मोदी ने नए प्रोजेक्ट आरोग्य मैत्री के बारे में बताते हुए कहा, मुझे एक नए प्रोजेक्ट ‘आरोग्य मैत्री’ के बारे में बताते हुए खुशी हो रही है. इसके तहत भारत प्राकृतिक आपदाओं और मानवीय संकट का सामना कर रहे विकासशील देशों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराएगा.
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