आज से पूरे देश में नेशनल हाइवे टोल्स पर भुगतान के लिए फास्ट टैग अनिवार्य कर दिया गया है। बता दे जिस गाड़ी पर फास्ट टैग नहीं होगा, उसपर भारी जुर्माना जुर्माना लगेगा या उस व्यक्ति को डबल टैक्स देना होगा। हालांकि टू व्हीलर वाहनों को फास्टैग से छूट दी गई है। गौरतलब है कि फास्टैग साल 2011 में लागू किया गया था जसके बाद साल 2017 में खरीदे जाने वाले सभी वाहनों के लिए फास्टैग को जरूरी कर दिया गया था।
टू-व्हीलर्स के लिए नहीं है अनिवार्य।
आज से सभी चार पहिया गाड़ियों (4 Wheelers) को टोल टैक्स चुकाने के लिए फास्टैग लगवाना जरूरी होगा, यह नई व्यवस्था सिर्फ चार पहिया वाहनों के लिए होगी, और ये व्यवस्था टू-व्हीलर्स के लिए नहीं है। दरअसल पिछले कई दिनों से इसे बार-बार टाला जा रहा था, लेकिन आखिरकार इसे आज से लागू कर दिया गया है।
क्या है FASTag।
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम (Electronic Toll Collection System)है, जो एक स्टिकर के रूप में होता है। दरअसल ये आपको अपनी कार या गाड़ी की विंडशील्ड (Wind Shield)पर लगाना होता है।
कैसे करता है काम।
फास्टैग- रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन यानी (RFID) टेक्नोलॉजी से काम करता है। यह हर फास्टैग संबंधित गाड़ी के रजिस्ट्रेशन डिटेल के साथ जुड़ा होता है और इसे लगाने के बाद आपको टोल प्लाजा पर रुककर टोल फीस के पैसे कैश के रूप में नहीं देने होंगे। यानी आप डिजिटली ही अपना टोल चूका देंगे।
बैंक अकाउंट से कट जाएगी टोल।
जब आप टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो टोल प्लाजा पर लगा फास्टैग रीडर आपके फास्टैग के बारकोड को रीड करेगा और इसके बाद टोल फीस आपके बैंक अकाउंट से कट जाएगी। इसे फायदा ये होगा कि इसके बाद टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइने नहीं लगेंगी।
यहाँ से खरीदें फास्टैग।
देश के किसी भी टोल प्लाजा से आप फास्टैग खरीद सकते हैं। इतना ही नहीं इसे आप एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक, SBI, कोटक बैंक की ब्रांच के साथ ही पेटीएम, अमेजन, गूगल पे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी आप इसे खरीद सकते हैं।
फास्टैग खरीदने के लिए इन डाक्यूमेंट्स का होना है ज़रूरी।
फास्टैग खरीदते समय आपके पास ID प्रूफ और गाड़ी का रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट होना जरूरी है। इतना ही नहीं बैंक से फास्टैग लेने के लिए आपको KYC डॉक्यूमेंट, गाड़ी की RC, पासपोर्ट साइज फोटो, पैन कार्ड, एड्रेस और ID प्रूफ की जरूरत होगी।
एक बार खरीदा गया फास्टैग स्टिकर पांच साल के लिए वैलिड होगा।
फास्टैग की वन टाइम फीस 200 रुपए है और रि-ईश्यू करने की फीस 100 रुपए है। इसके अलावा रिफंडेबल सिक्योरिटी डिपॉजिट 200 रुपए है। इधर एक बार खरीदा गया फास्टैग स्टिकर पांच साल के लिए वैलिड होगा।