अमेरिका में गोलीबारी, एक और भारतीय छात्र की हुई मौत…
20 जनवरी को, जब अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण की तैयारियां चल रही थीं, उसी दिन एक ऐसी घटना घटी जिसने हैदराबाद के एक परिवार को झकझोर कर रख दिया। यह घटना एक बार फिर वहां भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है।
हैदराबाद के चैतन्यपुरी इलाके के आरके पुरम ग्रीन हिल्स कॉलोनी में रहने वाले रवि तेजा, जो मार्च 2022 में अमेरिका गए थे, एक गोलीबारी में अपनी जान गंवा बैठे। रवि ने अभी हाल में अपनी पी जी की पढ़ाई पूरी की थी और फिलहाल नौकरी की तलाश कर रहे थे। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने बताया कि वे हमले के पीछे के मकसद और अपराधियों का पता नहीं चल पाया है।
“मेरा बेटा कैसे गया और कैसे लौट रहा है…”
रवि तेजा के पिता के. चंद्रमौलि ने इस घटना पर पीड़ा जाहिर की और कहा, “मैं कुछ नहीं कह सकता। किसी भी पिता को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। मेरा बेटा कैसे गया और अब कैसे लौट रहा है।”
भारतीय छात्रों पर अमेरिका में बढ़ती हिंसा
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका में भारतीय छात्रों पर गोलीबारी की घटनाएं हो रही हैं। नवंबर 2024 में तेलंगाना के खम्मम जिले के एक युवक की शिकागो में गैस स्टेशन के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले 2020 में, हैदराबाद के मोहम्मद मुजीबुद्दीन को इलिनोइस के शिकागो में एस मिशिगन एवेन्यू के पास गोली मार दी गई थी।
इन घटनाओं ने न केवल भारतीय समुदाय में चिंता बढ़ाई है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा किया है कि आखिर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कोई कदम उठाए जा रहे हैं। रवि तेजा की मौत ने एक बार फिर इस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है।
पुलिस की जांच और परिवार का इंतजार
स्थानीय अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन परिवार के लिए यह कठिन समय की घड़ी है। उनके बेटे का अमेरिका जाना बड़े सपनों को पूरा करना था, लेकिन अब उनका लौटना दुख और पीड़ा का भरमार लेकर आ रहा है।