पाकिस्तान को भारत से दुश्मनी मोल लेने में एक बार फिर बुरी तरह मुंह की खानी पड़ी है. दरअसल पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 1267 कमेटी के तहत दो भारतीयों के नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अंतर्राष्ट्रीय आतंकियों की लिस्ट में शामिल करवाने में असफल रहा है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को 1267 प्रतिबंध समिति प्रक्रिया के तहत दो भारतीय नागरिकों को आतंकवादी मानने से इंकार कर दिया। बता दे इन दोनों भारतियों को आतंकवादी कि सूची में शामिल करने की मांग पाकिस्तान की थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान के प्रयासों को खारिज कर दिया, क्योंकि पाकिस्तान अपने आरोपों को साबित करने के लिए प्रयाप्त सबूत पेश नहीं कर पाया।
UN में भारत के राजदूत ने किया ट्वीट ।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने ट्वीट करके कहा, ‘आतंकवाद को धार्मिक रंग देकर 1267 विशेष प्रक्रिया का राजनीतिकरण करने की पाकिस्तान की घिनौनी कोशिश को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने नाकाम कर दिया है. हम उन सभी परिषद सदस्यों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने पाकिस्तान की इस कोशिश को रोका.’
Pakistan’s blatant attempt to politicize 1267 special procedure on terrorism by giving it a religious colour, has been thwarted by UN Security Council. We thank all those Council members who have blocked Pakistan’s designs. @MEAIndia @DrSJaishankar @PMOIndia @harshvshringla
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 2, 2020
पाकिस्तान का दावा हुआ खारिज ।
संयुक्त राष्ट्र में यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और बेल्जियम ने पाकिस्तान के दावे को खारिज कर दिया और कहा कि पाकिस्तान के पास इन भारतीयों को आंतकी घोषित करने के लिए कोई सबूत नहीं हैं.

पाकिस्तान ने 4 भारतीय नागरिकों को आतंकी घोषित कराने का प्रयास किया।
पाकिस्तान ने 2019 में कुल चार भारतीयों को आतंकवादी के रूप में नामित करने के लिए एक पहल शुरू की थी। पाकिस्तान हमेशा से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बता रहा था कि ये चारो भारतीय नागरिक कथित रूप से राज्य प्रायोजित आतंकवाद में शामिल थे। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि ये सभी अफगानिस्तान-आधारित समूह का हिस्सा थे, जिसने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और जमात-उल-अहरार द्वारा आतंकवादी हमलों को संगठित करने में मदद की।
इससे पहले पाकिस्तान ने दो अन्य भारतीयों वेनुमाधव डोंगरा और अजय मिस्त्री को आतंकी घोषित कराने का प्रयास किया था।

फिलहाल इन 2 भारतीयों को आतंकवादी घोषित करने की मांग हुई खारिज।
दरअसल पाकिस्तान भारतीय नागारिकों अंगरा अप्पाजी और गोबिंदा पटनायक को आतंकवादी घोषित करना चाहता था।
कौन है वो दो भारतीय ?
आंध्र प्रदेश के अप्पाजी अंगारा, काबुल में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे. पाकिस्तान ने उनपर 2014 में पेशावर के आर्मी स्कूल में आतंकी हमले और 2017 में माल रोड, लाहौर में आतंकी हमले को लेकर केस दर्ज किया था.
ओड़िशा के गोबिंदा पटनायक भी काबुल में एक कंपनी में सीनियर पद पर कार्यरत थे. पाकिस्तान ने 2018 में बलूचिस्तान में मारे गए नेता सिराज रायसानी समेत 160 लोगों की आतंकी हमले में मारे जाने को लेकर दर्ज FIR में आरोपी बनाया था.