अहमदाबाद विमान हादसे पर आज नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान बताया कि ‘650 फीट की ऊंचाई पर विमान में खराबी आई थी. पायलट ने इमरजेंसी कॉल दी थी. हादसा दोपहर को 1 बजकर 39 मिनट पर हुआ था.’
अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने बताया, “विमान ने दोपहर 1:39 बजे टेक ऑफ किया था. लगभग 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह ऊंचाई खोने लगा. पायलट ने ATC को 1:39 बजे पूर्ण इमरजेंसी की सूचना दी थी. ATC के अनुसार जब उसने विमान से संपर्क करने की कोशिश की उसका कोई जवाब नहीं मिला. 1 मिनट के बाद विमान एयरपोर्ट से 2 किलोमीटर दूर मेघानी नगर दुर्घटनाग्रस्त हो गया…विमान ने इस दुर्घटना से पहले पेरिस से दिल्ली और दिल्ली से अहमदाबाद की उड़ाई बिना किसी घटना के पूरी की थी. दुर्घटना के कारण 2.30 बजे एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया था. जिसे सभी प्रोटोकॉल पूरे करने के बाद 5 बजे खोला गया.”
#WATCH अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने बताया, “विमान ने दोपहर 1:39 बजे टेक ऑफ किया था। लगभग 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह ऊंचाई खोने लगा। पायलट ने ATC को 1:39 बजे पूर्ण इमरजेंसी की सूचना दी थी। ATC के अनुसार जब उसने विमान से… pic.twitter.com/XgDKFdlypW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2025
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “NEP 2020 में भारतीय शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय बनाने की प्रतिबद्धता जताई गई थी. इसे आगे बढ़ाते हुए पिछले साल हमने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत आने को लेकर UGC नीति में बदलाव किया. नतीजतन, पिछले शैक्षणिक वर्ष में दो ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय गुजरात में पढ़ाई करा रहे हैं… इस शैक्षणिक वर्ष में, यूके की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी साउथेम्पटन भी यहां अपना पाठ्यक्रम शुरू करेगी. आज हमने 5 वैश्विक मानक विश्वविद्यालयों को LOI दिया है, हमने यूके के लिवरपूल को भी LOI दिया है. अभी तक यहां 9 विदेशी विश्वविद्यालय हैं, उनमें से कुछ ने अपने पाठ्यक्रम शुरू कर दिए हैं, कुछ अपने पाठ्यक्रम शुरू करेंगे…”
अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, “पिछले दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे हैं. अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई दुर्घटना से पूरा देश स्तब्ध है. इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है… मैं व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल पर गया था, ताकि देख सकूं कि क्या किया जाना चाहिए, क्या सहायता प्रदान की जानी चाहिए और यही गुजरात सरकार का रवैया था. भारत सरकार और मंत्रालय के अन्य लोगों का भी यही रवैया था. जब हम घटनास्थल पर पहुंचे, तो हमने देखा कि सभी संबंधित विभागों की टीमें ज़मीन पर काम कर रही थीं, जो भी संभव हो, बचाव करने की कोशिश कर रही थीं, आग को कम करने और मलबे को हटाने की कोशिश कर रही थीं, ताकि शवों को जल्द से जल्द अस्पताल भेजा जा सके. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को तुरंत सक्रिय किया गया, जिसे विशेष रूप से विमानों के आसपास होने वाली घटनाओं, दुर्घटनाओं की जांच करने के लिए बनाया गया था. AAIB के माध्यम से हो रही तकनीकी जांच से एक महत्वपूर्ण अपडेट कल शाम 5 बजे के आसपास घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स की बरामदगी है. AAIB टीम का मानना है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग गहराई से जानकारी देने वाली है कि दुर्घटना की प्रक्रिया के दौरान या दुर्घटना से पहले के क्षणों में वास्तव में क्या हुआ होगा, इसकी जानकारी. हम इस बात का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि AAIB द्वारा पूरी जांच के बाद क्या परिणाम या रिपोर्ट सामने आएगी…”
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, “हमारे देश में सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं…जब यह घटना घटी, तो हमें लगा कि बोइंग 787 सीरीज में भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है. DGCA ने भी 787 विमानों की विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है. आज हमारे भारतीय विमान बेड़े में 34 विमान हैं. मेरा मानना है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी…”
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