अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली मीडिया के सामने आकर न केवल अपनी बात रखी है बल्कि दुनिया से ही किये वादों से दुनिया को चौका दिया है। सबसे पहले बता दे कि बीते दिन यानी मंगलवार को काबुल से तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदायों की चिंताओं पर बात की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के प्रति उसका रवैया कैसा होगा, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं संग वह वैसे संबंध रखना चाहता है, मीडिया के लिए उसके क्या नियम होंगे? यह सब जवाब तालिबान की तरफ से मिले हैं।
इन पॉइंट्स में समझे की अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जे के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबान ने क्या-क्या कहा ?
दूसरों के लिए अफगान की जमीन का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा।
- तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस पूरी प्रेस कांफ्रेंस में जिस बात से सबको चौंकाया है वो यह है कि अफगानिस्तान किसी दूसरे देश को निशाना बनाने के लिए अपनी जमीन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं देगा। बता दे साल 2020 में अमेरिका के साथ हुए समझौते में तालिबान ने इसका वादा भी किया था। इस समझौते के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का रास्ता साफ हो गया था।
- जबीहुल्ला मुजाहिद ने यह भी कहा कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय दूतावास या संस्था को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। उनको तालिबान द्वारा ही सुरक्षा दी जाएगी। जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, ‘काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।’
महिलाओं को मिलेंगे अधिकार लेकिन शरिया कानून के हिसाब से।
- महिलाओं को शरिया कानून के तहत अधिकार और आजादी देंगे। हेल्थ सेक्टर और स्कूलों में वे काम कर सकेंगी। क्या मीडिया में भी महिलाएं काम कर सकेंगी? इस सवाल पर प्रवक्ता ने घुमा-फिराकर जवाब दिया। वह बोले कि जब तालिबान सरकार बन जाएगी तब साफ-साफ बताया जाएगा कि शरिया कानून के हिसाब से क्या-क्या छूट मिलेंगी।
पत्रकारों को देश के मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करना चाहिए।
- प्राइवेट मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने देंगे। प्रवक्ता ने यहां किंतु-परंतु की गुंजाइश छोड़ते हुए कहा कि, ‘बस पत्रकार अफगानिस्तान के मूल्यों का ख्याल रखकर काम करेंगे।’
सरकार का साथ देने वालों से नहीं लिया जाएगा बदला।
- प्रवक्ता ने कहा कि अफगान युद्ध अब खत्म हो गया है। जिसने भी बीते वक्त में तालिबान के खिलाफ युद्ध लड़ा, उसको तालिबान माफ करता है। प्रवक्ता ने आगे कहा- किसी भी देश-व्यक्ति से बदला लेने का इरादा नहीं है। इसमें पूर्व सैनिक, पूर्व अफगान सरकार के सदस्य भी शामिल हैं।
देश में बढ़ेगी नागरिकों की सुरक्षा।
- अफगानिस्तान में कोई किसी को किडनैप नहीं कर सकेगा। कोई किसी की जान नहीं ले सकेगा। सुरक्षा को लगातार बढ़ाएंगे।
- तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा।
हमारी प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है।
- तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, ‘तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है। इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे।’
- अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबानी प्रवक्ता ने कहा ‘हम विश्वास दिलाते हैं कि कोई भी उनके दरवाजे पर यह पूछने नहीं जाएगी कि उन्होंने मदद क्यों की।’ इससे पहले तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के सदस्य इमानुल्लाह समनगनी ने ऐसा ही वादा करते हुए कहा था कि तालिबान बिना विवरण दिए ‘माफी’ का विस्तार करेगा और सरकार में शामिल होने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करेगा।
अशरफ गनी की सरकार पर साधा निशाना।
- प्रवक्ता ने दावा किया कि पिछली सरकार (अशरफ गनी की सरकार) किसी योग्य नहीं थी और किसी को सुरक्षित नहीं रख सकती थी। जिसके बाद उन्होंने आगे कहा कि अब तालिबान सबको सुरक्षा देगा।