मोहाली: मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के हेडक्वॉटर के बाहर सोमवार रात हुए विस्फोट के मामले में नया खुलासा हुआ है.
पंजाब पुलिस के खुफिया हेडक्वाटर में हुए हमले में खलिस्तान समर्थकों का हाथ है. खलिस्तान की मांग कर रहे संगठन “सिख फॉर जस्टिस” ने इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है. साथ ही ऑडियो मैसेज के जरिए प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मोहाली पर हमले के बाद अब हिमाचल पर हमला करने की बात कही है.
बीते दिन पंजाब सीएम भगवंत मान ने मोहाली में हुई घटना, के संबंध में DGP और इंटेलिजेंस के अधिकारियों के साथ बैठक ली. भगवंत मान ने बताया था कि, कुछ गिरफ़्तारियां हो गई हैं, कुछ और हो जाएंगी. मामले की जड़ तक पहुंचेंगे. जिसने भी पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की है, उसे बख़्शा नहीं जाएगा.
कथित तौर पर, एक आरपीजी (रॉकेट प्रोपेल्ड-ग्रेनेड) को सड़कों से फेंका गया, जिसने सोमवार रात पंजाब पुलिस मुख्यालय के शीशे चकनाचूर कर दिए.
टाईम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हेडक्वाटर पर हुए हमले और पून्नू द्वारा ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने के बाद पंजाब हाई अलर्ट पर है. अब तक इस मामले में पंजाब पुलिस ने करीब 20 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं ऑडियो मैसेज की भी जांच की जा रही है कि वह प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख गुरूपतवंत सिंह की है या नहीं.
जांच के लिए जांचकर्ता हर मुमकिन कोशिश में जुटे हैं. सुराग के लिए आस-पास के तीन मोबाइल टावरों से 6000 से 7000 मोबाइल डेटा डंप की जांच कर रहे हैं साथ ही सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस को संदेह है कि आरपीजी हमले के अपराधियों द्वारा मारूति कार का इस्तेमाल किया गया होगा.