Parliament Special Session: आज यानी सोमवार, 18 सितंबर से संसद का पांच दिवसीय “अमृत काल” सत्र शुरू होने जा रहा है. इस विशेष सत्र को लेकर गहन चर्चा जारी है सूत्रों की मानें तो सरकार के पास कोई आश्चर्यजनक घोषणा है, जिसके लिए इस विशेष सत्र को आयोजित किया गया है.
बता दें कि, सरकार ने फिलहाल विशेष सत्र के लिए एक अस्थायी कार्य सूची जारी की है. जिसमें 8 विधेयक भी शामिल होंगे और संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा होगी. इस सत्र के दौरान कुल आठ विधेयकों को चर्चा और पारित कराने के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी विधेयक भी शामिल है.
संसद के विशेष सत्र से जुड़ी कुछ मुख्य बातें:
मंगलवार को सुबह 11 बजे, एक समारोह में भारतीय संसद की समृद्ध विरासत को याद किया जाएगा और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा. इस समारोह के लिए सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की एक बैठक होगी. इसके बाद एक फोटो सेशन होगा.
सेंट्रल हॉल में मंगलवार के समारोह के बाद विशेष सत्र की बैठक को नए संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा. चूंकि उस दिन गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) है, इसलिए नए संसद भवन बिल्डिंग (New Parliament Building) में प्रवेश से पहले एक पूजा का आयोजन हो सकता है. नए संसद भवन में विशेष सत्र की बैठक 20 सितंबर से शुरू होगी.
सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner)और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्य अवधि) बिल, पोस्ट ऑफिस बिल, अधिवक्ता (संशोधन) बिल और प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियॉडिकल बिल’ को सत्र में चर्चा एवं पारित कराने के लिए शामिल किया है.
संसद के विशेष सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इस बैठक में कई दलों के नेता शामिल हुए. हालांकि, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे अनुपस्थित रहे. कल प्रधानमंत्री मोदी अपना 73वां जन्मदिन मना रहे थे. वहीं, कांग्रेस नेता खरगे हैदराबाद में पार्टी की कार्य समिति (CWC) की बैठक में भाग ले रहे थे.