Hindi Newsportal

फैक्ट चेक: बिहार की पुरानी घटना के वीडियो को यूपी में बीजेपी की जीत से जोड़कर किया गया वायरल, फर्जी दावे के साथ वायरल हुआ पुराना वीडियो 

0 1,968

फैक्ट चेक: बिहार की पुरानी घटना के वीडियो को फेसबुक पर यूपी में बीजेपी की जीत से जोड़कर किया शेयर, फर्जी दावे के साथ वायरल हुआ वीडियो 

 

यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो शेयर किया जा रहा है। इनमें से कुछ भाजपा के पक्ष में हैं तो कई भाजपा की खामियां गिनाने के लिए शेयर हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों फेसबुक पर तेजी से शेयर हो रहा है। यह वीडियो एक जबरदस्त मारपीट का है। जहां खून से लतपत एक युवक को जमीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है तो वहीं एक दूसरा युवक जमीन पर पड़े युवक के ऊपर बैठकर उसे बर्बरता पूर्वक पीटते हुए दिख रहा है, वीडियो के अंत में पीटने वाले युवक को ‘जय श्री राम‘ का नारा लगाते हुए भी सुना जा सकता है।

 

इसी वीडियो को फेसबुक पर शेयर कर यूज़र्स द्वारा,’रामराज शुरू हो गया है अब जो कुत्ते ओबीसी एससी एसटी के जो लोग बीजेपी को वोट दिए हैं अभी से देख लीजिए क्या होने वाला है और बोलिए जय श्री राम ‘ लिखा गया है।

दरअसल, यूपी में सत्ता पर दोबारा पूर्ण बहुमत से काबिज हुई भारतीय जनता पार्टी पर पूर्व में ही सवर्णों की पार्टी होने का आरोप लगता रहा है। इसी को लेकर इंटरनेट पर बर्बरता के इस वीडियो को बीजेपी की जीत से तथा ओबीसी-एससी एसटी पर कथित तौर पर हुए अत्याचारों से जोड़कर शेयर किया गया।

 

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक

 

न्यूज़मोबाइल द्वारा वायरल पोस्ट की पड़ताल करने पर पाया गया कि यह वीडियो हालिया दिनों का नहीं है, साथ ही इसका यूपी से भी कोई संबंध नहीं है।

फेसबुक पर वायरल हो रहे इस वीडियो के साथ शेयर किए गए दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के पहले चरण में हमने सबसे पहले वीडियो को InVid टूल की सहायता से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा,  फिर गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोजा।

इस दौरान हमें वायरल वीडियो manish kumar advocate नामक ट्विटर यूज़र की प्रोफाइल पर मिला, जिसे सितंबर 21, 2021 को अपलोड किया गया था।

 

 

हालांकि उपरोक्त प्राप्त पोस्ट में भी इस वीडियो को यूपी के संबंध में ही शेयर किया गया था। लेकिन एक बात साफ़ है कि वायरल वीडियो मौजूदा दिनों का नहीं है। इसलिए, वीडियो की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया।

 

जिसके बाद हमें वायरल वीडियो से मेल खाती एक तस्वीर TV9 Hindi नामक वेबसाइट पर 05 अक्टूबर साल 2019 में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में मिली।

 

रिपोर्ट में दी गयी जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो की यह घटना यूपी की नहीं बल्कि बिहार की है। जहां कुछ वर्ष पहले बिहार के भभुआ में वार्ड सदस्य के बेटे ने एक युवक को गोली मार दी थी, जिसकी मौत हो गयी। इसी के चलते गोली मारने वाले युवक की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि यह घटना आपसी रंजिश के चलते हुई थी।

 

 

 

इसके अतिरिक्त पड़ताल के दौरान हमें यूपी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल का एक पोस्ट भी मिला। जहां यूपी फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल द्वारा उक्त वायरल वीडियो को लेकर साल 2021 में ही सफाई दी गयी थी। सफाई में बताया गया है कि यह वीडियो यूपी का नहीं बल्कि बिहार का है।

 

वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि उक्त वीडियो की घटना का यूपी से कोई संबंध, असल यह घटना बिहार के भभुआ की है जहां आपसी रंजिश के चलते यह घटना घटी। इसका यूपी में बीजेपी की जीत से कोई वास्ता नहीं।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.