सिंगापुर और हांगकांग में कोविड-19 की नई लहर के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा ‘निमबस’ वेरिएंट अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। देश में इस नए वेरिएंट NB.1.8.1 (निमबस) के दो मामले सामने आए हैं—एक महाराष्ट्र के पुणे से और दूसरा तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से। पुणे स्थित भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) ने हाल ही में किए गए जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण में इस वेरिएंट की पुष्टि की है। दोनों मरीजों में संक्रमण के लक्षण मध्यम स्तर के पाए गए हैं और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
आईसीएमआर-एनआईवी के निदेशक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि निमबस वेरिएंट फिलहाल गंभीर खतरा नहीं बना है और इसकी वजह से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तक की निगरानी से यह संकेत नहीं मिला है कि यह वेरिएंट अधिक घातक है। डॉ. कुमार के अनुसार, भारत में अप्रैल 2025 के दूसरे सप्ताह से कोविड मामलों में जो हल्की वृद्धि देखी गई थी, उसके पीछे ओमिक्रॉन के उप-संस्करण JN.1.16 का हाथ था।
हालांकि अब एक और नया वेरिएंट XFG—जो कि SF.7 और LP.81.2 का पुनः संयोजन है—JN.1.16 को पीछे छोड़ चुका है। देश में इस समय निगरानी और परीक्षण की प्रक्रिया को और मजबूत किया जा रहा है ताकि नए वेरिएंट्स पर नजर रखी जा सके और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके। फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से सतर्कता बरतने और जरूरी सावधानियां अपनाने की अपील की है।
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