प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों के जोर पकड़ने के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और आतंकवाद निरोधक दस्ते ने गुरुवार को प्रयागराज जंक्शन पर संयुक्त मॉक ड्रिल की. यह अभ्यास प्लेटफॉर्म 1 और 6 पर हुआ, जिसमें रेलवे सुरक्षा बला और राजकीय रेलवे पुलिस की संक्रिय भागिदारी रही. इस ड्रिल में एक ऐसे परिद्दश्य का अनुरण किया गया, जिसमें आतंकवादियों ने प्लेटफॉर्म 1 पर स्टेशन निदेशक के कार्यकाल प्लेटफॉर्म 6 पर एक रेलवे स्टेशन में लोगों को बंधक बना लिया था. सूचना मिलने पर, आपीएफ और जीआरपी ने तेजी से प्रभावित क्षेत्रों को खाली कराया और परिसर को सुरक्षित किया. इसके बाद एनएसजी और एटीएस को सुद्दढ़ीकरण के लिए बुलाया गया.
एलीट टीमों ने आरपीएफ और जीआरपी से मिली जानकारी के आधार पर स्थिति का आकलन किया. प्लेटफॉर्म 1 पर मॉक ऑपरेशन के परिणामस्वरूप एक “आतंकवादी” की गिरफ्तारी हुई और स्टेशन निदेशक के कार्यकाल में बंधकों को बचाया गया.
इस अभ्यास में संभावित आतंकी खतरों से निपटने में सुरक्षा एजेंसियों के बीच तैयारियों और समन्वय को दर्शाया गया. वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विजय प्रकाश पंडित, एसपी अभिषेक यादव, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर विकास कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने अभ्यास की निगरानी की.
मॉक ड्रिल के सफल निष्पादन ने प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद सुरक्षाबलों की सतर्क्ता और तत्परता को उजागर किया. महाकुंभ 12 साल बाद मनाया जा रहा है और इस आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एकत्रित होंगे.