भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का आज आज 63वाँ जन्मदिवस है. हालांकि वो हमारे बीच नहीं है पर उनका नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज है. आज जब भी महिलाओं के उत्थान और आगे बढ़ने की बात होती है तो कल्पना चावला का उदाहरण सबसे पहले दिया जाता है.
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को करनाल में हुआ था. कल्पना चावला एक अग्रणी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली पहली भारतीय महिला थीं.
उन्होंने 1997 में स्पेस शटल कोलंबिया पर एक मिशन विशेषज्ञ के रूप में इतिहास रचा और 1 फरवरी, 2003 को कोलंबिया दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी.
कैसा रहा कल्पना चावला का प्रारंभिक जीवन:
चावला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा करनाल में पूर्ण की और फिर चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की.
1982 में, आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंनें संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर रुख़ किया, जहाँ उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सास एट अर्लिंग्टन और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोराडो एट बोल्डर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर और पीएचडी पूरी. 1995 में नासा में उनका करियर शुरू हुआ जहाँ उन्हें एस्ट्रोनॉट कॉर्प्स के लिए चुना गया.
2 बार की है अंतरिक्ष यात्रा:
कल्पना चावला ने एक बार नहीं बल्कि 2 बार अंतरिक्ष की यात्रा की है. सबसे पहले उन्होंनें 1997 में, उन्होंने पहले अंतरिक्ष मिशन, एसटीएस-87 पर इतिहास रच दिया, और अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय मूल की महिला बन गईं.
फिर से वर्ष 2000 में, चावला को उनके दूसरे अंतरिक्ष यान, एसटीएस-107 के लिए चुना गया. हालांकि उसके संचालन में काफ़ी देरी हुई पर अंततः 16 जनवरी, 2003 को लॉन्च किया गया. दुर्भाग्य से जब 1 फरवरी को स्पेस शटल पुनः कोलंबिया लौट रहा था उसी समय चावला सहित सभी सात चालक दल के सदस्यों की जान चली गई.
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