नई दिल्ली में भारत-मिस्र की रणनीतिक वार्ता, रिश्तों को मिली नई दिशा

गुरुवार को भारत और मिस्र के बीच पहली रणनीतिक वार्ता आयोजित की गई। दोनों देशों ने इसे अपने रिश्तों में ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया। भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअती ने बैठक में दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
जयशंकर ने कहा कि 2023 में भारत-मिस्र संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर ले जाने के बाद से रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और राजनीतिक सहयोग कई क्षेत्रों में तेजी से बढ़ा है। उन्होंने बैठक को रिश्तों में एक अहम पड़ाव बताया और बीते सहयोग की समीक्षा करने के साथ आगे की दिशा तय करने का अवसर कहा। जयशंकर ने मिस्र की सरकार और विदेश मंत्री को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए धन्यवाद भी दिया।
#WATCH | Delhi | During his meeting with the Egyptian Foreign Minister, Dr Badr Abdelatty, EAM Dr S Jaishankar says, “… Our meeting for the first India-Egypt Strategic Dialogue is a milestone in our ties. And since the elevation of our relationship to a level of a strategic… pic.twitter.com/1TOmrXpiD3
— ANI (@ANI) October 16, 2025
विदेश मंत्री ने कहा कि यह बैठक वैश्विक स्थिति के जटिल और अस्थिर दौर में हो रही है और मौजूदा चुनौतियों पर विचार-विमर्श दोनों देशों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के नेतृत्व में गाजा पट्टी में शांति बहाल करने के प्रयासों की सराहना की और दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन किया। इसके साथ ही भारत ने फिलिस्तीन में क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास और संस्थानों को मजबूत करने के लिए सहयोग जारी रखने का भरोसा दिया।
मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअती ने कहा कि भारत और मिस्र के रिश्ते गहरे और पुराने हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अपने रिश्तों को और मजबूत करना चाहिए ताकि जनता को और लाभ मिले। उन्होंने भारत के उद्योगपतियों से मुलाकात कर निवेश और व्यापार के नए अवसरों पर चर्चा की।





