प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए भारत के 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से घाना के लोगों का शुक्रिया अदा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करके बहुत ही सम्मानित महसूस कर रहा हूं. घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना को प्रसारित करती है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में, मैं अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों की सद्भावना और शुभकामनाएं लेकर आया हूं. घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता है, न केवल आपकी धरती के नीचे छिपी हुई चीज़ों के लिए बल्कि आपके दिल में मौजूद गर्मजोशी और ताकत के लिए भी…”
संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज मुझे दूरदर्शी राजनेता तथा घाना के प्रिय पुत्र डॉ. क्वामे नक्रूमा को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. उन्होंने एक बार कहा था कि हमें एकजुट करने वाली ताकतें हमें अलग रखने वाले आरोपित प्रभावों से कहीं अधिक बड़ी हैं. उनके शब्द हमारी साझा यात्रा का मार्गदर्शन करते रहेंगे…”
‘मैं फिर कहता हूं, 2,500 राजनीतिक दल’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में 2,500 से ज़्यादा राजनीतिक दल हैं. मैं फिर कहता हूं, 2,500 राजनीतिक दल हैं, जिनमें से 20 अलग-अलग दल विभिन्न राज्यों पर शासन करते हैं. हमारे यहां 22 आधिकारिक भाषाए और हज़ारों उप-बोलिया हैं. यह विविधता ही वह कारण है जिसके कारण भारत आने वाले लोगों का हमेशा खुले दिल से स्वागत किया जाता है.
‘घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता’
घाना की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता है, न केवल आपकी धरती के नीचे छिपी हुई चीज़ों के लिए बल्कि आपके दिल में मौजूद गर्मजोशी और ताकत के लिए भी.
घाना की संसद में पीएम मोदी ने कहा, ‘कल शाम का अनुभव बहुत ही मार्मिक था, मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति जॉन महामा से राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करना सम्मान की बात है. भारत के 1.4 अरब लोगों की ओर से मैं इस सम्मान के लिए घाना के लोगों को धन्यवाद देता हूं.
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