फैक्ट चेक: मदरसा शिक्षकों पर लाठिया बरसाते पुलिसकर्मियों का यह वीडियो है पुराना, भ्रामक दावे के साथ वायरल हुआ वीडियो, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक युवक पर जमकर लाठियां बरसाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में आगे देखा जा सकता है कि यह वीडियो एक धरना प्रदर्शन के दौरान का है जहाँ पुलिस धरने पर बैठी भीड़ पर काबू पाने का प्रयास कर रही है।
इसी वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा है कि पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में समुदाय विशेष के लोग जुलूस निकाल रहे थे। जहां पुलिस ने इन्हें पहले जुलूस निकालने से मना किया बाद में जब भीड़ नहीं मानी तो उनपर जमकर लाठियां बरसा दी।
फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया कि “बिहार- पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में जूलूस निकाल कर उपद्रव कर रहे समुदाय विशेष के लोग भूल गए की यह लालू और तेजस्वी की सरकार नहीं हैं! नीतीश कुमार और बीजेपी गठबंधन की सरकार है, पुलिस ने पहले तो इन्हें प्यार से समझाया, और ये मानने को तैयार न थे तब मजबूरन पुलिस को इनकी जमकर खातिरदारी करनी पड़ी!”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल के दौरान हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखें पर हमें इसके पुराने होने की आशंका हुई। इसलिए सच जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल लेंस टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें सबसे पहले India.com नामक वेबसाइट की वेबसाइट पर अगस्त 27, 2015 को छपे एक लेख में वायरल वीडियो से मेल खाता एक कीफ्रेम मिला।
उपरोक्त प्राप्त लेख में बताया गया है कि साल 2015 के दौरान बिहार के पटना में मदरसा के शिक्षकों ने पिछले दो साल का वेतन न मिलने पर तत्कालीन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें चितर-बितर करने के लिए उन पर लाठी चार्ज की थी।
उपरोक्त प्राप्त लेख की जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो INDIA TV के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे अगस्त 27, 2015 को अपलोड किया गया था। यहाँ भी बताया गया है कि वायरल वीडियो पटना में मदरसा शिक्षकों का है। जो साल 2015 के दौरान पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
पड़ताल के दौरान हमें मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं, बल्कि साल 2015 के दौरान मदरसा के शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन का है, जो पिछले दो सालों से वेतन न मिलने पर तत्कालीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।