क्रेन ड्राइवर दयानंद तिवारी बने हीरो, मंडूका में आग लगी इमारत से बचाई लोगों की जान, 50 से भी अधिक लोगों की बचाई जान
दिल्ली में शुक्रवार को एक चार मंजिला इमारत में आग लग गई। जिसके चलते तकरीबन 27 लोगों ने मौत हुई। लोगों का आरोप है कि दमकल की गाड़ियां मौके पर देर से पहुंचीं। हालांकि, इस दौरान एक क्रेन ड्राइवर दयानंद तिवारी ने कई लोगों की जान बचाकर एक रक्षक की अहम भूमिका निभाई। ANI न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक दयानंद तिवारी ने क्रेन और स्थानीय लोगों की मदद से 50 से अधिक लोगों की जान बचाने बचाई। जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं।
Dayanand Tiwari, a crane operator saved more than 50 lives with his crane during the fire in Delhi's Mundka on May 13
"I was coming from Mundka Udyog Nagar when I saw the fire in the building.With the help of our crane,we rescued around 50-55 people,mostly women," he said (14.5) pic.twitter.com/rJ251JDM4E
— ANI (@ANI) May 14, 2022
एएनआई से बातचीत में दयानंद तिवारी ने कहा कि वह मुंडका उद्योग नगर से आ रहे थे जब उन्होंने बिल्डिंग में लगी आग को देखा, तो उन्होंने अपनी क्रेन की सहायता से 50-55 लोगों को बचाया, जिनमें अधिकाँश महिलाएं थीं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बाद में आग और तेज हो गयी और वह बाकी लोगों को नहीं बचा पाए। इस दौरान उनके क्रेन के मालिक और सहायक भी इस बचाव अभियान के दौरान उपस्थित थे।
बताते चले कि 13 मई को मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास आग की घटना में कुल 27 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। पुलिस उपायुक्त (बाहरी जिला) समीर शर्मा के अनुसार कुल 50 लोगों को बचाया गया है। बरामद किए गए 27 शवों में से शनिवार दोपहर तक केवल सात की ही पहचान हो पाई है।