नई दिल्ली: देश में COVID से संबंधित मामलों की संख्या में हाल ही में दर्ज की गई स्पाइक के बीच, केंद्र ने छह सबसे अधिक प्रभावित राज्यों से पूछा कि वह परीक्षण, उपचार और मामलों पर संज्ञान के साथ टीकाकरण पर कितना जोर देते है. जिनमें महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक शामिल हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे एक पत्र में कहा है कि “कुछ राज्य ऐसे हैं जो संक्रमण के संभावित स्थानीय प्रसार का संकेत देते हुए अधिक संख्या में मामले दर्ज कर रहे हैं.”
पत्र में राज्यों को जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करने और बीमारी के त्वरित और प्रभावी प्रबंधन के उपायों के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई है.
रिपोर्टों के अनुसार, चार महीने के अंतराल के बाद एक दिन में 700 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या 4,623 हो गई.
पीटीआई के अनुसार, पत्र ने सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में नए कोविद -19 मामलों, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) मामलों के उभरते समूहों की निगरानी करने की आवश्यकता पर बल दिया.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि “यह आवश्यक है कि राज्य को कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और संक्रमण के उभरते प्रसार को नियंत्रित करने के लिए चिंता के किसी भी क्षेत्र में आवश्यक होने पर पूर्व-खाली कार्रवाई करनी चाहिए.”
मंत्रालय ने यह भी सलाह दी कि संक्रमण के प्रसार के प्रारंभिक चेतावनी संकेतों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से समर्पित बुखार क्लीनिकों के माध्यम से निगरानी की जा सकती है.