शनिवार को लगातार तीसरे दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही, क्योंकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सुबह 9 बजे AQI 351 दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी का सबसे प्रदूषित हिस्सा मुंडका रहा, जहां वायु गुणवत्ता गंभीर रही और एक्यूआई 401 रहा.
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के विभिन्न इलाकों में AQI अलिपुर में 351, बुराड़ी क्रॉसिंग पर 351, डीटीयू में 377, आईटीओ पर 328 दर्ज किया गया. प्रदूषण के अत्याधिक बढ़ते स्तर से पीड़ित निवासियों ने कहा कि सरकार के हस्तक्षेप से कई मुद्दों को हल करने में मदद मिल सकती है.
इंडिया गेट के पास एक साइकिल चालक ने एएनआई से कहा, प्रदूषण बहुत है, हम ठीक से सांस नहीं ले पाते हैं. सरकार को इस बारे में कुछ करने की जरूरत है. बुजुर्ग लोगों और मजदूरों के लिए स्थितियां बदतर हैं जो मौजूदा परिस्थितियों के कारण काम करने में सक्षम नहीं हैं.
एक अन्य पैदल यात्री ने कहा कि सरकार को ईवी कारों में बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए और पराली जलाने की बेहतर तकनीक सीखनी चाहिए.
“सरकार को वाहनों पर काम करना चाहिए और वर्तमान परिवहन को ईवी कारों में स्थानांतरित करने का प्रयास करना चाहिए. सरकार को पराली जलाने की बेहतर तकनीकों के बारे में भी सीखना चाहिए.”