प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से दो दिनों तक भुवनेश्वर में पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून और नशीले पदार्थों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण घटकों पर विचार-विमर्श शामिल होगा.
सम्मेलन के अगले दो दिनों के दौरान, देश के पुलिस नेतत्व के शीर्ष अधिकारी वामपंथी अग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नारकोटिक्स, साइबर अपराध और आर्थिक सुरक्षा सहित मौजूदा और उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए एक रोडमैप तैयार करेंगे. यह सम्मेलन देश के वरिष्ठ पुलिस पेशेवरों और सुरक्षा प्रशासकों को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों के साथ-साथ भारत में पुलिस के सामने आने वाली विभिन्न परिचालन, ढांचागत और कल्याण संबंधी समस्याओं पर स्वतंत्र रूप से चर्चा और बहस करने के लिए एक इंटरैक्टिव मंच प्रदान करेगा.
इस कॉन्फ्रेंस में कानून और व्यवस्था के मुद्दों पर राज्यों के प्रदर्शन की जांच, देश में सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के तरीकों का पता लगाने पर चर्चा की जाएगी. सम्मेलन के दौरान आंतरिक सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद और आतंकवाद-रोधी, साइबर अपराध और AI से आने वाली चुनौतियों जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
प्रधानमंत्री ने अपने दौरे से पहले ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट करते हुए कहा, ‘पूरे भारत के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस (डीजीपी/आईजीपी) सम्मेलन में भाग लेंगे. भारत के आंतरिक सुरक्षा तंत्र को और मजबूत बनाने पर व्यापक विचार-विमर्श होगा. पुलिसिंग और सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी.’प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में लिखा, “आज दोपहर, मैं भुवनेश्वर में ओडिशा भाजपा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को भी संबोधित करूंगा. इस साल जून में सत्ता संभालने के बाद से, ओडिशा की भाजपा सरकार राज्य के विकास को बढ़ावा देने में आगे रही है. राज्य सरकार गरीबों और वंचित समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई उपाय कर रही है.”
प्रधानमंत्री शनिवार और रविवार को डीजीपी सम्मेलन में शामिल होंगे.