आज भारतीय वायुसेना की 89वीं वर्षगांठ के मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर 1971 के युद्ध में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध की विजयगाथा को दर्शाया गया। सबसे पहले यह बता दे कि इस साल भारत पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर भारतीय वायुसेना इस बार विजय वर्ष के तौर पर मना रही है। इसी क्रम में 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस परेड में 1971 के युद्ध में शामिल स्थानों और लोगों से संबंधित कॉल साइन के साथ फॉर्मेशन दिखाए गए। इतना ही नहीं, गर्व के इस मौके पर राफेल, एलसीए तेजस, जगुआर, मिग-29 और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों को एक साथ उड़ान भरते भी देखा गया।
— Indian Air Force (@IAF_MCC) October 8, 2021
भव्य परेड का उद्घाटन हुआ कुछ इस अंदाज़ में।
इस भव्य परेड का उद्घाटन आकाशगंगा टीम के जांबाज योद्धाओं के करतब के साथ हुआ। इन योद्धाओं ने 8000 फीट की उंचाई से छलांग लगायी। और तो और आज की प्रस्तुति में भारतीय वायुसेना के तमाम एयर क्राफ्ट्स की भी झलक दिखाई गयी। साथ ही अलग-अलग फॉर्मेशन में राफेल, एलसीए तेजस, जगुआर, मिग-29, मिराज 2000 लड़ाकू विमानों में से प्रत्येक को परेड के ऊपर उड़ान भरते हुए देखा गया।
हिंडन एयर बेस पर हुआ था कार्यक्रम का आयोजन।
बता दे कि एशिया के सबसे बड़े एयर बेस हिंडन एयर बेस पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। गौरतलब है कि हिंडन एयर बेस दुनिया का आठवां सबसे बड़ा एयर बेस है। कार्यक्रम में मौजूद लोगों की बात करे तो इस दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी, नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
#UPDATE : Today, The #IndianAirForce celebrating its 89th anniversary. Amazing SU-30 Performance at the #Hindan Air Base on the occasion.
#HappyIndianAirForceDay #IndianAirForce #IndianAirforceDay #AirForceDay pic.twitter.com/bFhwpyOeig
— Sushmit Patil Сушмит Патил सुश्मित पाटिल 🇮🇳 (@PatilSushmit) October 8, 2021
वायुसेना प्रमुख ने दिए वायुसेना मेडल भी।
इधर इस मौके पर वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्थान पर वायुसेना मेडल, वायुसेना मेडल गैलेंट्री, विशिष्ट सेवा मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। वायुसेना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा समय में काफी चुनौतियां बढ़ती जा रही है। किसी भी बाहरी शक्ति को हमारी सीमा में नहीं घुसने दिया जाएगा।