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विवादास्पद नस्लवादी टिप्पणियों के बीच सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

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नई दिल्ली: कांग्रेस के इंडियन ओवरसीज चेयरमैन सैम पित्रोदा ने बुधवार को अपनी विवादास्पद नस्लवादी टिप्पणियों के बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपा और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है. पित्रोदा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटने का फैसला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके फैसले को स्वीकार कर लिया है.”

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने एक बार फिर विवादित बयान जारी किया जिसके बाद कांग्रेस के लिए मुसीबतें बढ़ती नजर आई. विरासत कर को लेकर की गई टिप्पणी के बाद अब भारत की विविधता पर चर्चा करते हुए सैम पित्रोदा ने दक्षिण भारतीय लोगों की तुलना अफ्रीकी और पूर्वोत्तर भारतीय लोगों की तुलना चीनी लोगों से कर दी है. पित्रोदा ने ये भी कहा है कि पश्चिमी भारत के लोग अरब जैसे दिखाई देते हैं. पित्रोदा के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से कांग्रेस पर हमलावर हो गई है.

 

हालांकि सैम पित्रोदा के भारत की विविधता को लेकर बयान देने के कुछ ही देर बाद कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया था. कांग्रेस ने कहा कि भारत की विविधता की ये परिभाषा मंजूर नहीं है. यह गलत है. वहीं अब इन विवादित बयानों के मद्देनजर आज सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.

 

ऐसा पहली बार नहीं है कि सैम पित्रोदा के बयान ने कांग्रेस के बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है, बल्कि कई बार कांग्रेस नेता के बयान ने सियासी घमासान मचा चुका है. पिछले महीने सैम पित्रोदा ने विरासत कर (संपत्ति के बंटवारे) की वकालत की थी. उन्होंने कहा था,”अमेरिका में विरासत कर (टैक्स) लगता है. अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 फीसदी अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है.”