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फैक्ट चेक: क्या AAP पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने हालिया दिनों में दिल्ली विधानसभा में EVM हैकिंग का दिया यह प्रदर्शन,जानें पूरा सच 

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फैक्ट चेक: क्या AAP पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने हालिया दिनों में दिल्ली विधानसभा में EVM हैकिंग का दिया यह प्रदर्शन,जानें पूरा सच 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो आप विधायक सौरभ भारद्वाज का है, जहाँ उन्हें भारत में चुनाव के दौरान वोट काउंटिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली EVM मशीन के हैकिंग और टेंपरिंग के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है। सौरभ वीडियो में  EVM मशीन के माध्यम से हो रही वोटों की गड़बड़ी की जानकारी दे रहे हैं।

इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि आप पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में हालिया दिनों में EVM हैकिंग और टेंपरिंग का लाइव डेमोस्ट्रेशन दिया है। सौरभ ने बताया कि कैसे बीजेपी पार्टी EVM वोटिंग मशीन का इस्तेमाल कर वोटों की ‘हेरा-फेरी’ हो रही है और इन्हीं हेरा फेरी के चलते बीजेपी ने मध्य प्रदेश का चुनाव भी जीता है।

फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर लिखा गया है कि, ” बीजेपी पार्टी द्वारा मशीन हैक कर विजय प्राप्त की पूरे मध्य प्रदेश में मैहर में खासकर

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

फैक्ट चेक: 

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2017 के दौरान का है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो News Nation के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे मई 09, 2017 को अपलोड किया गया था।

इसके बाद पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो टाइम नाउ के आधिकारिक फेसबुक चैनल पर मिला जिसे, मई 09, 2017 को अपलोड किया गया था।

उपरोक्त प्राप्त दोनों वीडियो से यह तो साफ़ हो गया था कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं है। लेकिन इसके बाद यह जानने के लिए खोजा की क्या वाकई EVM मशीन हैक की जा सकती है। जिसके बाद हमें BBC की वेबसाइट पर इस मामले को लेकर मई 09, 2017 को प्रकाशित एक लेख मिला।

लेख में बताया गया है कि चुनाव आयोग ने उस दौरान इस मामले पर सफाई देते हुए बताया कि सौरभ भारद्वाज ने जिस EVM मशीन के हवाले यह दावा किया है कि EVM मशीन की टेंपरिंग और हैकिन संभव है, वह असल में एक डेमो मशीन है जिसका चुनाव आयोग वाली मशीन से कोई संबंध नहीं है। चुनाव आयोग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि “ये कॉमन सेंस है कि इन गैजेट्स को एक ख़ास तरीके से काम करने के लिए पहले से ही प्रोग्राम किया जा सकता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं निकाला जाना चाहिए कि ये बातें ईवीएम मशीनों पर भी लागू होती हैं। आयोग के मुताबिक, “हमारी मशीनें तकनीकी रूप से सुरक्षित होती हैं और एक सिक्यूरिटी प्रोटोकॉल की तहत काम करती हैं. लेकिन बाहरी और नकली उपकरणों पर डेमो देकर समझदार नागरिकों का फ़ायदा नहीं उठाया जा सकता. न ही चुनाव आयोग के नाम को बदनाम किया जा सकता है.”

उपरोक्त प्राप्त लेख से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2017 के दौरान का है। इसके साथ ही बता दें वायरल वीडियो में जिस EVM मशीन के माध्यम से मशीन के हैकिंग और टेंपरिंग का दावा किया जा रहा है वह असल में असली नहीं है बल्कि एक डेमो मशीन है। चुनाव आयोग ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि उनकी मशीन को हैक या टेम्पर नहीं किया जा सकता है।