आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने शनिवार (आज) ऐलान किया है कि पेगाट्रॉन, सैमसंग, लावा और डिक्सॉन जैसी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने भारत में मोबाइल डिवाइस और उनके कम्पोनेन्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है. केंद्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेन्टिव स्कीम (PLI Scheme) के तहत ये कंपनियां अगले पांच साल में 11.5 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन करेंगी. इससे देश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिल सकेगा. पीएलआई स्कीम के तहत कुल 22 कंपनियों ने आवेदन दिया है।
रवि शंकर प्रसाद का कहना है कि हमारी कोशिश थी कि हम विश्व में फोन बनाने वालीं महत्वपूर्ण यूनिट को भारत बुलाएं और भारत की मोबाइल कंपनियों को भी आगे बढ़ने का अवसर दें। इसलिए हम ‘प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव प्रोग्राम’ लेकर आए है ।
आईटी मिनिस्टर का कहना है कि , ‘इंटरनेशनल मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने 15,000 व इससे अधिक के सेग्मेंट में उत्पादन के लिए आवेदन किया है.’ इनमें से तीन कंपनियां एप्पल की iPhone की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स हैं. इनका नाम फॉक्सकॉन, विस्ट्रोन और पेगाट्रॉन है.
हमारी कोशिश थी कि हम विश्व में फोन बनाने वालीं महत्वपूर्ण यूनिट को भारत बुलाएं और #भारत की मोबाइल कंपनियों को भी आगे बढ़ने का अवसर दें। इसलिए हम 'प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव प्रोग्राम' लेकर आए: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद@rsprasad pic.twitter.com/YyeRTN262s
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) August 1, 2020
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12 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
आईटी मिनिस्टर ने यह भी बताया कि इन कंपनियों द्वारा जमा किए गए प्रस्ताव के बाद देश में 12 लाख नये रोजगार अवसर पैदा होंगे. इसमें से 3 लाख डायरेक्ट नौकरियां होंगी और करीब 9 लाख इनडायरेक्ट नौकरियां होंगी. उन्होंने कहा, ‘ मोबाइल फोन्स के लिए डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन मौजूदा 15-20 फीसदी से बढ़कर 35-40 फीसदी बढ़ जाएगा. जबकि, इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेन्ट के लिए यह 45-50 फीसदी के करीब पहुंच जाएगा.’
अगले 5 सालों में वो उत्पादन का 60 प्रतिशत निर्यात करेंगे, मतलब 7 लाख करोड़ के मोबाइल और कॉम्पोनेंट निर्यात करेंगे। अगले 5 साल में वो 3 लाख भारतीयों को सीधे और करीब 9 लाख भारतीयों को अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार देंगे: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद@rsprasad pic.twitter.com/aRIRVWkr4F
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) August 1, 2020
क्या है प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेन्टिव स्कीम?
प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेन्टिव (PLI ) से भारत में मैन्युफैक्चर किए जाने वाले उत्पाद के इनक्रीमेंटल सेल्स पर 4 से 6 फीसदी तक तक इन्सेन्टिव दिया जाएगा. कंपनियों को ये मुनाफा 5 सालों के लिए होगा, जिसका बेस ईयर वित्त वर्ष 2019-20 होगा.