भारत ने सोमवार को पैरालिंपिक 2024 में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और चल रहे आयोजन में एक ही दिन में 8 पदक जीते, जिसमें पुरुषों के भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और शटलर नितेश कुमार के 2 स्वर्ण पदक शामिल थे.
दिन का मुख्य आकर्षण सुमित अंतिल का भाला फेंक में खुद से प्रतिस्पर्धा करना था क्योंकि उन्होंने पेरिस में एक साथ दो थ्रो के साथ टोक्यो संस्करण के अपने ही पैरालंपिक रिकॉर्ड को दो बार तोड़ा. फिलहाल विश्व रिकॉर्ड और पैरालंपिक रिकॉर्ड दोनों उनके नाम हैं.
शटलरों का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने सोमवार को 5 पदक भी जीते. कुमार नितेश ने पुरुष एकल एसएल3 में अपना पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीता, जबकि सुहास यतिराज और थुलासिमथी मुरुगेसन ने क्रमशः एसएल4 और एसयू5 श्रेणियों में रजत पदक जीता. युवा मनीषा रामदास ने महिला एकल एसयू5 में कांस्य पदक जीतकर तालिका में इजाफा किया, जो भारतीय पैरा बैडमिंटन के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.
तीरंदाजी स्टार शीतल देवी और राकेश कुमार ने मिश्रित टीम कंपाउंड स्पर्धा में इटली के एलोनोरा सारती और माटेओ बोनाकिना को 156-155 से हराकर भारत के लिए कांस्य पदक जीता. यह पहली बार था कि भारत ने पैरालंपिक खेलों में तीरंदाजी में पदक जीता था.
8 नए पदकों ने भारतीय टीम को कुल 14 पदकों के साथ शीर्ष 20 में पहुंचा दिया और अगला लक्ष्य टोक्यो ओलंपिक में भारतीय दल द्वारा हासिल किए गए 19 पदकों के रिकॉर्ड में सुधार करना होगा.