महाराष्ट्र: यवतमाल जिले के पुसद तालुका में बंशी ग्राम पंचायत की ग्राम ने बड़ा फैसला लेते हुए ग्राम सभा में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
महाराष्ट्र के पश्चिमी विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल जिले के एक गांव में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. पुसद तहसील के बंसी गांव की ग्राम सभा में यह निर्णय इस लिए लिया गया क्योंकि वहां बच्चे खेल देखने के आदी हो गए हैं.
बंसी ग्राम पंचायत के सरपंच गजानन ताले ने कहा कि सभी माता-पिता से कहा गया है कि वे अपने बच्चों को सख्ती से प्रतिबंध का पालन कराएं.
सरपंच ने दावा किया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने के औपचारिक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया था. सरपंच के मुताबिक गांव के स्कूली बच्चे मोबाइल फोन के आदी हैं.
“हम जानते हैं कि कार्यान्वयन में कठिनाइयाँ होंगी. लेकिन हम काउंसलिंग के जरिए इन दिक्कतों को दूर कर देंगे. फैसले का उल्लंघन करने पर उन पर जुर्माना लगाना होगा. लेकिन ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से इस फैसले का समर्थन किया है.’
सरपंच ने आगे कहा, “शुरुआत में हम उनकी काउंसलिंग करेंगे और अगर हम अपने लक्ष्य तक पहुंचने में नाकाम रहे तो हम जुर्माना लगाएंगे.” उन्होंने कहा कि जुर्माने की सही राशि अभी तय नहीं है.
मोबाइल ने दुनिया को हाईटेक कर दिया है काफी चीजें तो आसान हो गई पर मोबाइल का अधिक इस्तेमाल लोगों को साथ ही बच्चों को अपना आदि कर रहा है आसान शब्दों में कहें तो बच्चों और बड़ों को अब इसकी लत सी लग गई है. ऐसे में यवतमाल जिले के पुसद तालुका में बंशी ग्राम पंचायत की ग्राम ने बड़ा फैसला लेते हुए ग्राम सभा में मोबाइल फोन के इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. बता दें कि बंशी ऐसा फैसला लेने वाली महाराष्ट्र की पहली ग्राम पंचायत बन गई है.