श्रद्धा हत्याकांड: श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने आपने गुनाह को कबूल किया साथ ही हत्या से जुड़े कई खुलासे भी किए हैं.
आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया कि हत्या करने के बाद श्रद्धा की पहचान छिपाने के लिए उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के बाद उसका चेहरा जला दिया था. उसने यह भी कबूल किया कि उसने हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के तरीके इंटरनेट पर सर्च किए थे.
बता दें कि आफताब के महरौली फ्लैट का वाटर बिल 300 रुपए आया है, जबकि पड़ोसियों का बिल जीरो है. वजह यह कि दिल्ली में 20000 लीटर पानी मुफ्त है. पुलिस जानना चाहती है कि आखिर आफताब ने इतना पानी कहां खर्च किया.
मीडिया रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस सूत्रों के हवाले बताया गया है कि हत्या के बाद आफताब ने खून के धब्बों को साफ करने के लिए बहुत सारे पानी का इस्तेमाल किया, जिसके कारण पानी का बिल ज्यादा आया और बिल लंबित हो गया. पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि आफताब नियमित रूप से बिल्डिंग की पानी की टंकी की जांच करने जाता था. दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है कि आफताब-श्रद्धा का 300 रुपये का पानी का बिल बकाया है.
इसके साथ ही जानकारी के मुताबिक पुलिस को पूछताछ में आफताब ने बताया कि 18 मई यानी मर्डर वाले दिन श्रद्धा और उसके बीच घरेलू खर्च को लेकर झगड़ा हुआ था. रोज-रोज के खर्च कौन देगा, इसे लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हुई थी, इसके बाद ही उसने श्रद्धा की हत्या की.
आफताब के फ्लैट से मिले ब्लड के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. अगर यह खून इंसान का होता है, तो पुलिस DNA मैचिंग के लिए श्रद्धा के पिता को दिल्ली बुला सकती है. इसके अलावा आरोपी आफताब के नार्को टेस्ट के लिए पुलिस कोर्ट से परमिशन मांग सकती है.