इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बाद भारत ने ईरान में फंसे 110 भारतीयों की सुरक्षित वापसी करवाई है. ऑपरेशन सिंधु के तहत इन भारतीय छात्रों को लेकर पहला विमान गुरुवार को आर्मेनिया के येरेवन से नई दिल्ली पहुंचा.
विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि तेहरान में रहने वाले छात्रों को भारतीय दूतावास के साथ मिलकर सुरक्षित रूप से निकाला गया है. विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “भारतीय दूतावास की मदद से तेहरान में भारतीय छात्रों को शहर से बाहर निकाल लिया गया है.”
जानकारी के मुताबिक भारतीय छात्र 18 जून को एक विशेष फ्लाइट में येरेवन के ज़्वार्टनोट्स अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुआ था, जो 19 जून की सुबह नई दिल्ली में लैंड हुआ.
ईरान से भारत पहुंचे एक छात्र अमान अजहर ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं. मैं बयां नहीं कर सकता कि मैं अपने परिवार को देखने की खुशी बहुत ज्यादा है. ईरान में हालात बहुत खराब हैं. वहां के लोग भी हमारे जैसे ही हैं; छोटे-छोटे बच्चे भी तकलीफ में हैं. युद्ध अच्छी चीज नहीं है. इंसानियत ही मारी जाती है…”
#WATCH दिल्ली: ईरान से 110 भारतीय नागरिकों को लेकर विमान दिल्ली पहुंचा।
ईरान से भारत पहुंचे एक छात्र अमान अजहर ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। मैं बयां नहीं कर सकता कि मैं अपने परिवार को देखने की खुशी बहुत ज्यादा है। ईरान में हालात बहुत खराब हैं। वहां के लोग भी हमारे जैसे ही हैं;… pic.twitter.com/aZkE7A2tdl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 18, 2025
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसकी घोषणा की थी. उन्होंने लिखा, “भारत ने ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है. भारत विदेश में अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है.”
Operation Sindhu brings people home.
110 Indian students evacuated from Iran under #OperationSindhu have safely arrived in New Delhi on a special flight from Yerevan, Armenia. MoS @KVSinghMPGonda received them at the airport.
Government of 🇮🇳 remains committed to the safety of… pic.twitter.com/GwhI5R26DE
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) June 19, 2025
बता दें कि संघर्ष शुरू होने के बाद से ही ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, जिससे फंसे नागरिकों की मुसीबतें और बढ़ गईं. इसके बाद भारत ने नागरिकों की वापसी के लिए ईरान से बॉर्डर तक सुरक्षित रास्ता मुहैया कराने का अनुरोध किया था. ईरान के इस अनुरोध को स्वीकारने के बाद छात्रों को अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के जरिए बाहर निकलने की सलाह दी गई है. भारतीय दूतावास ने ईरान में 24*7 कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है. बता दें कि ईरान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं. इनमें से ज्यादातर छात्र हैं.
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