नई दिल्ली: 8 जून को केंद्रीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर रेपो रेट में वृद्धी की है. इस बार आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट (.50%) की बढ़ोतरी कर दी है.
आरबीआई ने पॉलिसी रेपो रेट को जहां 50 आधार अंक बढ़ाकर 4.90% कर दिया है, वहीं स्थायी जमा सुविधा (SDF) दर को 4.15% से बढ़ाकर 4.65% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट और बैंक रेट को 4.65% से बढ़ाकर 5.15% पर एडजस्ट किया है.
बता दें कि रेपो रेट में हुई बढ़ोतरी के चलते अब तमाम तरह के लोन भी महंगे दरों पर मिलेंगे. जिससे आम आदमी पर पहले से ज्यादा EMI का बोझ पड़ेगा.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 31 मई को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी प्रोविजनल अनुमानों के अनुसार, 2021-22 में भारत की GDP ग्रोथ 8.7% रहने का अनुमान है। 2021-22 में रियल GDP का स्तर महामारी से पहले यानी 2019-20 के स्तर से अधिक हुआ है
🔲 31 मई को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी प्रोविजनल अनुमानों के अनुसार, 2021-22 में भारत की GDP ग्रोथ 8.7% रहने का अनुमान है। 2021-22 में रियल GDP का स्तर महामारी से पहले यानी 2019-20 के स्तर से अधिक हुआ है: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास #RBI
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) June 8, 2022
उन्होंने आगे कहा, घर की कीमतों में हुई वृद्धि को ध्यान में रखते शहरी सहकारी बैंकों और ग्रामीण सहकारी बैंकों द्वारा 2011 और 2009 में फिक्स किए गए इंडिविजुअल होम लोन की सीमा को 100% से संशोधित किया जा रहा है: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास