महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में फिर सियासी भूचाल आ गया है। सबसे पहले बता दे मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने बीते दिनों ही एक चिट्ठी लिख कर अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया था। इसी के बाद से ही अनिल देशमुख हर किसी के निशाने पर थे लेकिन उनके इस्तीफे के कयास बहुत कम ही लगाए जा रहे थे।
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 5, 2021
आज ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी थी सीबीआई जांच को मंजूरी।
बता दें कि कुछ देर पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने CBI को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की 15 दिनों के भीतर प्रारंभिक जांच शुरू करने के लिए कहा था। बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार सुबह ही निर्देश दिया था कि इन आरोपों की जांच सीबीआई करे। सीबीआई को अगले पंद्रह दिनों में एक शुरुआती रिपोर्ट देनी होगी, इसी के बाद ये तय होगा कि अनिल देशमुख पर FIR दर्ज होगी या नहीं। अब इस मामले के CBI के हाथ में जाने के साथ ही गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
क्या है मामला ?
दरअसल एंटीलिया केस और सचिन वाजे मामले में सरकार की अपेक्षा के अनुरूप नहीं निपटने के बाद परमबीर सिंह को 17 मार्च मुंबई पुलिस कमिश्नर पद से हटा दिया गया था। पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने 20 मार्च को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपए जुटाने को कहा था।
जिसके बाद इस मामले की जांच के लिए याचिका सुप्रीम कोर्ट में गयी थी लेकिन SC ने इस पर सुनवाई से इंकार कर दिया था और फिर परमबीर सिंह ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखआया था जिसके बाद गृह मंत्री पर इन आरोपों की जांच CBI के हाथ में सौपी गयी थी। लेकिन CBI जांच शुरू होने के पहले ही महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने अपना इसतीफा सौंप दिया है।
इधर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने अनिल देशमुख के इस्तीफे के बारे में कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद अनिल देशमुख इस पद पर नहीं रहना चाहते थे। इसलिए उन्होंने पद छोड़ने की बात कही है, वह मुख्यमंत्री से मिलकर अपना इस्तीफा देंगे।
हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने NCP के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की और अपनी इच्छा ज़ाहिर कि वे अपने पद पर नहीं रहना चाहते। जिसके बाद पार्टी ने निर्णय लिया है कि वे मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा दें: @nawabmalikncp pic.twitter.com/EXv0CLz5o1
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) April 5, 2021