भारत ने चीन के 59 और उसके बाद 47 ऐप को भारत में हमेशा के लिए प्रतिबन्ध कर दिया है। हमारे देश के इस कठोर निर्णय के बाद अब अमेरिका भी चीनी ऐप पर अपनी चाबुक चलाने वाला है। दरअसल चीन के साथ बढ़ते तनाव और उसके खिलाफ लगे जासूसी के आरोपों के बीच अब अमेरिका भी भारत की तर्ज पर टिक टोक को उपभोक्ताओं के फोन से उखाड़ के फेकने वाला है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फैसला किया है कि देश में चीनी वीडियो शेयरिंग मोबाइल ऐप टिक-टॉक को बैन कर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कार्यकारी निर्देश लाया जाएगा।
बता दें कि बीते दिनों खबरें आई थीं कि टिकटॉक की पैरेंट कंपनी “बाइटडांस” टिकटॉक को माइक्रोसॉफ्ट को बेच सकती है और इस सिलसिले में दोने के बीच चर्चा जारी भी है। वही इस चर्चा के बीच ट्रंप ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम इसपर नजर बनाए हुए हैं. हम इसे बैन भी कर सकते हैं. हमारे पास कई दूसरे विकल्प भी मौजूद है. हम देखेंगे कि क्या कर सकते हैं.
ख़बरों की माने तो बाइटडांस टिकटॉक से खुद को अलग करने की घोषणा करने के बारे में सोच रहा है. साथ ही टिकटॉक को बेचने को लेकर भी लगातार खबरे सामने आ रही हैं।
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चीन पर है डाटा चोरी का इलज़ाम
बता दे की चीन पर टिक टोक के ज़रिये कई बार डाटा चुराने का आरोप लगाया जा चूका है वही 25 सदस्यों वाली अमेरिकी कांग्रेस की टीम ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस बात को गौर करने के लिए कहा। जिसके बाद अमेरिकी नागरिकों के डेटा को सुरक्षित करने के लिए अमेरिका भी भारत की तरह टिक – टोक पर प्रतिबन्ध लगा सकता है।
भारत कर चूका है 106 चीनी ऐप बैन
भारत चीन के 47 और ऐप बैन कर चूका है। भारत में इससे पहले भी चीन के 59 ऐप बैन किए जा चुके हैं जिनमें टिकटॉक भी शामिल है। आपको बता दे कि बाद में बैन किए गए ऐप्स में ज्यादातर क्लोनिंग वाले ऐप्स शामिल हैं।