भारतीय वायुसेना की ताकत आज कई गुना बढ़ने वाली है. काफी लंबे वक्त से जिस लड़ाकू विमान का इंतजार था, वो राफेल विमान आज भारत पहुंच रहा है. भारत और फ्रांस के बीच हुए सौदे के तहत राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप आज भारत के अंबाला में पहुंचेगी. पहली खेप में कुल पांच लड़ाकू विमान शामिल रहेंगे।
राफेल की पहली खेप को रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहेंगे. ये विमान अम्बाला एयरबेस पर उतरेंगे जहाँ से पाकिस्तान बॉर्डर महज 200 किलोमीटर दूर है। राफेल UAE के अल दफा एयरबेस से भारतीय टाइम के अनुसार 11 बजे उड़ान भर चूका है और भारत में दोपहर 2 बजे पहुंचेगा।
राफेल की लैंडिंग के मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है। एयरफोर्स स्टेशन पर राफेल एयरक्राफ्ट के आगमन को लेकर भारतीय दंड संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आदेश जारी कर दिए हैं । ये आदेश राफेल एयरक्राफ्ट की सुरक्षा को लेकर एयरफोर्स स्टेशन के नजदीक लगते धूलकोट, बलदेव नगर, गरनाला, पंजोखरा इत्यादि स्थानों के लिए लगाए हैं। इन स्थानों पर किसी प्रकार की तस्वीर भी नहीं ली जा सकती।
स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा के मद्देनज़र बार बार अन्नोउंसमेंट्स कर रही है की सुबह 10 से शाम के 5 तक न ही फोटो खींची जाए और न है घरों की छत पर जनता इसे देखने के लिए इखट्टा हो।
हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर उतरने के बाद पांच राफेल लड़ाकू विमानों को वाटर सैल्यूट दिया जाएगा। उस समय एयरबेस पर वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया मौजूद रहेंगे। (फाइल फोटो)#Rafale pic.twitter.com/wST5qOyvoT
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) July 29, 2020
राफेल विमान को वायुसेना की गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन में शामिल किया जाएगा. इसने कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी और भारत की सबसे पुरानी स्क्वाड्रन में से एक है. चीन के साथ जारी तनातनी के बीच भारत को आज ताकतवर लड़ाकू विमान मिल रहे हैं, जिनकी तैनाती उत्तर भारत के बेस पर ही की जा रही है ताकि मुश्किल वक्त के दौरान दुश्मन को मुँह की खानी पड़ जाये।
सभी पायलटों को फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन कंपनी द्वारा विमान के लिए प्रशिक्षित भी किया गया है।