Hindi Newsportal

भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ LCH, “राष्ट्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता”- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

(Photo/ANI)

0 527

जोधपुर: सोमवार, 03 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ देश में ही विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH). यह हेलीकॉप्टर रडार को चकमा देने में सक्षम है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में स्वदेशी हेलीकॉप्टर वायु सेना में शामिल हुआ.

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सुनहरे मौके पर संबोधित करते हुए कहा, आज भारतीय वायु सेना में देश की प्रथम स्वदेशी LCH का आगमन हो रहा है. प्रचंड शक्ति, प्रचंड वेग और प्रचंड प्रहार की क्षमता वाले इस LCH का आगमन हमारी वायु सेना की क्षमताओं में बढ़ोतरी के साथ-साथ रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी एक बड़ा कदम है.

 

देश को सुरक्षित रखने में वायु सेना की भूमिका शानदार

 आजादी से लेकर अब तक भारत की संप्रभुता को सुरक्षित रखने में भारतीय वायु सेना की बड़ी शानदार भूमिका रही है.आंतरिक खतरे हों या बाहरी युद्ध हो, भारतीय वायु सेना ने सदैव अपने अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान की है: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

 

“इस मल्टी-रोल लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर के आगमन के बाद भारतीय वायु सेना की भूमिका और अधिक प्रभावी रूप में हमारे सामने होगी. IAF ने न केवल राष्ट्र की सुरक्षा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादन को भी पूरा सहयोग किया है.”

 

LCH का आगमन जनता का वायु सेना पर भरोसे का प्रतीक- रक्षा मंत्री

“आज LCH का आगमन इस बात का प्रतीक है कि देश जितना भरोसा भारतीय वायु सेना पर करता है, भारतीय वायु सेना भी उतना ही भरोसा स्वदेशी साजो-सामान पर करता है.”

 

1999 में कारगिल युद्ध के दौरान इसकी जरूरत को गंभीरतापूर्वक अनुभव किया गया. तब से लेकर अब तक की यानी दो दशकों की, देश कीअनुसंधान एवं विकास का प्रतिफल LCH है. भारतीय वायु सेना में इसका शामिल होने से हमारे रक्षा उत्पादन की राह में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.

 

संबोधन को आगे बढ़ाते हुए रक्षा मंत्री ने यूक्रेन के युद्ध पर भी नजर डालते हुए कहा, हालिया यूक्रेनी संघर्ष हो या इसके पहले के भी अनेक संघर्ष हो, हमें सीख देते हैं कि भारी हथियार प्रणाली और प्लेटफार्म जो युद्दक्षेत्र में तेज गति से मूवमेंट नहीं कर पाते हैं, उनकी क्षमता भी कम होती है, और कई बार वे दुश्मनों के लिए आसानी से लक्ष्य बन जाते हैं.

 

“राष्ट्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आने वाले समय में जल्द ही दुनिया में सेना की ताकत समेत जब भी सुपर पावर की बात होगी तो भारत सबसे पहले गिना जाएगा” : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह