दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत अब हमारे देश में बच्चों को भी वायरस से सुरक्षा कवच जल्द मिलने वाला है। ऐसा इसलिए क्युकि जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों पर अपनी कोरोना वैक्सीन की स्टडी करने के लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को एक आवेदन प्रस्तुत किया है। इससे पहले जानने वाली बात यह भी है की भारत में हाल ही में जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है।
Johnson & Johnson has submitted an application to the Central Drugs Standard Control Organisation (CDSCO) to conduct a study of its COVID-19 vaccine in India in adolescents aged 12-17 years.
— ANI (@ANI) August 20, 2021
इधर इस खबर के साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कहा है कि बच्चों के लिए विकसित की जा रही वैक्सीन के नतीजे अगले महीने तक आ सकते हैं। अगर, सब कुछ ठीक रहा तो बच्चों को जल्द ही कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। उधर, एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कुछ दिन पहले बयान दिया था कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षणों के नतीजे सितंबर तक सामने आ जाएंगे।
जाने कितने प्रतिशत तक सुरक्षा देती है वैक्सीन।
दरअसल EUA सबमिशन फेज-3 के क्लिनिकल ट्रायल के परिणाम में दावा किया गया था कि कंपनी की सिंगल-शॉट वैक्सीन 85 प्रतिशत तक सुरक्षा देती है। इतना ही नहीं, दावा यह भी किया गया है कि यह वैक्सीन लगने के 28 दिनों के भीतर मृत्यु दर को कम करने, मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या को भी घटाने में सक्षम है।