फैक्ट चेक: हिंदू महासभा द्वारा BJP पर राम मंदिर के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाने वाला यह वीडियो है तीन साल पुराना
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ भगवाधारी संतों को मीडिया के सामने अपनी बात कहते हुए सुना जा सकता है। इस दौरान संत मीडिया के सामने कथित तौर पर भाजपा पर राम मंदिर के नाम पर 1400 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है। इसी वीडियो को फेसबुक पर शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “बाबा बोल रहे है कि भाजपा के लोग राम जन्म भूमि के नाम पर 1400 करोड़ डकार गए”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि कई साल पुराना है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखने पर हमें इसके पुराने होने की आशंका हुई। जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल शुरू की। इस दौरान वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो प्रशांत भूषण नामक एक ट्विटर यूजर की प्रोफाइल पर मिला जिसे सितंबर 09, 2020 को अपलोड किया गया था।
People involved from the beginning with the Ayodhya temple movement accuse the BJP of swallowing 1400 Crores collected for the temple, Modi of appropriating ‘credit’ & more ominously talk of the mysterious ‘murder’ of several leaders of Ayodhya movement! pic.twitter.com/q9aiOabXHB
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 9, 2020
हालांकि, इस यूजर की पोस्ट से वायरल वीडियो की कोई खास जानकारी नहीं मिली। लेकिन यह साफ हो गया कि वायरल वीडियो हालिया दिनों की नहीं बल्कि कई साल पुराना है।
सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स के साथ हमने गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर इस मामले से संबंधित एक लेख मिला। जिसे जुलाई 18, 2015 में छापा गया था। लेख के मुताबिक हिन्दू महासभा के प्रवक्ता देवेंद्र पांडेय ने विश्व हिन्दू परिषद् पर राम मंदिर के नाम पर 1400 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगाया था।
लेकिन यहाँ लेख में बताया गया कि हिन्दू महासभा के प्रवक्ता देवेंद्र पांडेय ने विश्व हिन्दू परिषद् के अध्यक्ष अशोक सिंघल को एक पत्र लिखा था, जिसका सिंघल ने उन्हें जवाब भी दिया था। लेकिन वायरल वीडियो में देवेंद्र यह जानकारी देते हुए बता रहे हैं हिन्दूवादी नेता अशोक सिंघल और प्रवीण तोगड़िया की मृत्यु हो गयी। जिसका मतलब यह है कि वायरल वीडियो अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और कमलेश तिवारी की मृत्यु के बाद बनाया गया है।
अब हमने गूगल पर यह जानने के लिए खोजना शुरू किया कि अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और कमलेश तिवारी की मृत्यु कब हुई। खोज के दौरान विकिपीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक प्रवीण तोगड़िया की मृत्यु जून 14, 2018, अशोक सिंघल की मृत्यु नवंबर 17, 2018 तथा कमलेश तिवारी की मृत्यु अक्टूबर 18, 2019 को हुई। तो इससे यह साफ़ हुआ कि यह वीडियो साल 2019 के बाद का ही।
इसलिए सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर बारीकी से कुछ संबंधित कीवर्ड्स के माधयम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो क्लिप का पूरा वीडियो Devendra Pandey Hindu Mahasabha नामक यूट्यूब चैनल मिला जिसे सितम्बर 15, 2020 को अपलोड किया गया था। यहाँ से हमने जाना कि यह वीडियो मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुए एक कार्यक्रम के दौरान का है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2020 के दौरान का है। जिसे हालिया दिनों में शेयर किया जा रहा रहा है।