Hindi Newsportal

फैक्ट चेक : क्या WHO ने कोरोना के घरेलू उपचार की दी है अनुमति ? जानें सच

0 608

कोरोना के इलाज के बारे में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया गया है कि पॉन्डिचेरी विश्वविद्यालय के एक छात्र ने COVID -19 के लिए एक घरेलू उपाय खोजा है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्वीकार कर लिया है। सोशल मीडिया यूजर्स का यह भी दावा है कि काली मिर्च, शहद, अदरक के इस्तेमाल से कोरोनोवायरस के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

ऐसा ही एक पोस्ट आप ट्विटर पर भी देख सकते है।

इसी तरह के अन्य पोस्ट आप यहाँ, यहाँ, यहाँ और यहाँ देख सकते है।

फैक्ट चेक :

न्यूज़मोबाइल ने उपरोक्त पोस्ट की जाँच की और पाया कि यह गलत और भ्रामक है।

सबसे पहले हमने पांडिचेरी विश्वविद्यालय के पीआर अधिकारी महेश से बात की, जिन्होंने कहा कि ये सोशल मीडिया के दावे नकली और भ्रामक हैं।

कीवर्ड खोज की मदद से, हमने 16 जुलाई, 2020 को टाइम्स ऑफ इंडिया पर एक लेख पाया, जिसमें दावा किया गया था कि कोरोनावायरस बीमारी को ठीक करने के लिए हल्दी, काली मिर्च या कोई अन्य घरेलू उपाय नकली है।

ये भी पढ़े : फैक्ट चेक: बेरोज़गार दिवस के दिन हुए विरोध की इन तस्वीरों का जानें सच

वही टीओआई लेख ने यह भी दावा किया कि कोरोनावायरस बीमारी का कोई एक इलाज नहीं है।

हमने डब्ल्यूएचओ पर एक लेख भी मिला जिसमें दावा किया गया है कि ऐसे कोई भी दवा अभी तक कोरोना के लिए नहीं आयी है जो इसके उपचार के लिए सुरक्षित हो और जिसने अभी तक प्रभावी परिणाम दिखाए है।

 

इसके अलावा, हमने Google पर COVID-19 इलाज के लिए काली मिर्च, शहद और अदरक के उपयोग के बारे में खोज की। तब हमे पता चला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन गलत सूचना से निपटने के लिए एक अनुभाग (Section) प्रदान करता है। वहां हमने पाया कि कोरोनावायरस बीमारी काली मिर्च या लहसुन से ठीक नहीं हो सकती।

इसके अलावा, हमें आयुष मंत्रालय द्वारा COVID 19 संकट के दौरान स्व-देखभाल के लिए आयुर्वेद के प्रतिरक्षा-बढ़ाने के उपायों के कुछ दिशानिर्देश मिले। दिशानिर्देशों में दावा किया गया है कि काली मिर्च, अदरक या शहद का उपयोग केवल प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए किया जा सकता है, इलाज के लिए नहीं।

इसके अलावा, डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट रूप से कहा कि COVID- 19 को घरेलु उपचार से रोका जा सकता है लेकिन किसी घरेलू उपचार द्वारा इसे ठीक नहीं किया जा सकता है।

इसीलिए हम दावा कर सकते है कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट भ्रामक है।

यदि आप किसी भी स्टोरी को फैक्ट चेक करना चाहते हैं, तो इसे +91 88268 00707 पर व्हाट्सएप करें।