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फैक्ट चेक: बेरोज़गार दिवस के दिन हुए विरोध की इन तस्वीरों का जानें सच

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बेरोज़गार दिवस के दिन हुए विरोध की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा हो रही हैं कि बेरोजगार छात्र लखनऊ में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। तस्वीरों को कई सोशल मीडिया यूजर्स शेयर कर रहे हैं।

फेसबुक पर ऐसे ही एक पोस्ट का कैप्शन है, “बेरोजगार छात्रों को आज लखनऊ में नौकरी दे हुवे… योगी जी जियो महाराज आप शेर हो शेर ……। शायद आप यह भूल गए कि जनता को हर 5 साल बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर एक नया चेहरा बैठा देखने की आदत होती है।अब यह तो तय है कि 2022 में आपको हिसाब लिया जाएगा। ”

ऐसी ही कुछ तस्वीरें ट्विटर पर भी साझा की जा रही है।

इसी तरह के अन्य पोस्ट आप यहां, यहां और यहां देख सकते है।

फैक्ट चेक :

न्यूज़मोबाइल ने उपरोक्त पोस्ट की जाँच की और पाया कि यह गलत और भ्रामक है।

एक कीवर्ड खोज की मदद से, हमें 3 नवंबर, 2018 को फेसबुक पर वही तस्वीरें मिलीं, जिसमें दावा किया गया था कि लखनऊ में निहत्थे और बेरोजगार युवाओं के साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा है।

ये तस्वीरें बयां कर रही हैं शासन की नाकामियों को ,मेरे देश के बेरोजगार युवाओं आपकी बर्बादी का कारण राजनैतिक दल और इनके…

रेनू पान्डेय यांनी वर पोस्ट केले शनिवार, ३ नोव्हेंबर, २०१८

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इसके अलावा, Google रिवर्स इमेज सर्च की मदद से, हमने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर पहली तस्वीर 3 नवंबर, 2018 को पाया, जिसमें दावा किया गया था कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के साथ है।

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चित्र 2

दूसरी तस्वीर को Google Reverse Image Search के माध्यम से डालने पर, हमें 4 नवंबर, 2018 को ब्लॉगस्पॉट पर एक ही तस्वीर मिली, जिसमें दावा किया गया कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के विरोध की है।

चित्र 3

इसके अलावा, Google Reverse Image Search के माध्यम से तीसरी तस्वीर डालने पर, हमें 3 नवंबर, 2018 को ट्विटर पर वही तस्वीर मिली, जिसमें दावा किया गया था कि ये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राज है।

हमें 2 नवंबर, 2018 को YouTube पर एक पूर्ण वीडियो रिपोर्ट भी प्राप्त मिली , जिसमें दावा किया गया कि लखनऊ में 68,500 शिक्षा भारती के सदस्यों ने विरोध किया।

इसके अलावा, कुछ और कीवर्ड्स की मदद से, हमे अमर उजाला की दिनांक 2 नवंबर, 2018 की एक फोटो गैलरी मिली जिसमे दावा किया गया था कि ये लाठीचार्ज लखनऊ में सहायक शिक्षकों पर हुआ है ।

निष्कर्ष में, उपरोक्त जानकारी की मदद से, यह स्पष्ट है कि लखनऊ प्रोटेस्ट की सोशल मीडिया तस्वीरें 2018 की हैं और अभी का बता कर इसे गलत दावों के साथ साझा किया जा रहा है।

यदि आप किसी भी स्टोरी को फैक्ट चेक करना चाहते हैं, तो इसे +91 88268 00707 पर व्हाट्सएप करें।