अलग-अलग सोशल मीडिया साइट्स पर एक वृद्ध महिला को अपनी पीठ पर बिठाकर ले जाने वाले व्यक्ति की फोटो फॉरवर्ड की जा रही है। पोस्ट की कैप्शन में कहा गया है कि, “मोदी जी, क्या आप इनके चेहरे की बेबसी को आप पढ़ पा रहे हैं? कुछ तो करो सरकार..”
कैप्शन से लगता है कि तस्वीर भारत में ली गई है, और COVID-19 के कारण चल रहे राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच प्रवासियों घर जा रहे है।
.@narendramodi जी, क्या आप इनके चेहरे की बेबसी को आप पढ़ पा रहे हैं?
कुछ तो करो सरकार.. pic.twitter.com/9OaAaQ0h4H— Dalit Congress (@INCSCDept) May 10, 2020
फैक्ट चेक
न्यूज़मोबाइल ने इस तस्वीर की जाँच की और पाया कि यह पुरानी है और भारत में चल रहे प्रवासी संकट से इसका कोई संबंध नहीं है।
तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से डालने पर, हमें 8 नवंबर, 2017 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें यही तस्वीर थी। रिपोर्ट की हेडलाइन – ‘कॉक्स बाजार, बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों’ हैं.
लेख के अंत में यह पता चला है कि ये फोटो एक बांग्लादेशी फोटोग्राफर मोबारक हुसैन ने ली थी। हमें उनके फेसबुक अकाउंट पर असली तस्वीर मिली जो 10 सितंबर, 2017 को पोस्ट हुई थी।
न्यूज़मोबाइल की टीम तस्वीर की सत्यता के बारे में पुष्टि करने के लिए हुसैन से सम्पर्ग किया हैं जिसका जवाब आना बाकि हैं. हालांकि, हमारी जांच यह निश्चित रूप से साबित करती है कि ये तस्वीर पुरानी है और भारत में COVID-19 के कारण चल रहे प्रवासी संकट से संबंधित नहीं है।