भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें खान ने कहा था कि पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं थी, बल्कि यह एक “स्वदेशी हमला” था.
कारगिल विजय दिवस से एक दिन पहले सेना प्रमुख ने कहा है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई हिमाकत ना करे.
जनरल रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम सच्चाई से अवगत हैं. इसलिए हमें किसी भी बयान से पीछे नहीं हटना है. सच्चाई हमें और हमारी संस्था को भली भांति ज्ञात है.”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी खुफिया एजेंसियों ने पुलवामा में जो कुछ हुआ था, उसका पर्याप्त सबूत दिया था और मैं यही कहना चाहूंगा।”
सेना प्रमुख ने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि पाकिस्तान फिर कभी ऐसा नहीं करेगा. हम उन्हें कभी भी सफल नहीं होने देंगे, चाहे वे किसी भी ऊंचाई तक जाएं, हम हमेशा उनके पास वापस आएंगे. वे फिर से ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेंगे.
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अपनी हालिया अमेरिकी यात्रा के दौरान, इमरान खान ने कहा था, “भारतीय सुरक्षा बलों की क्रूरता के बाद एक कश्मीरी लड़के को कट्टरपंथी बना दिया गया और उसने हमले को अंजाम दिया, लेकिन अचानक पाकिस्तान सुर्खियों में आ गया.”
खान का औचित्य यह है कि हालांकि जैश पाकिस्तान में स्थित है, लेकिन कश्मीर में भी इसकी उपस्थिति है और जो हमला भारत में हुआ था, उसे स्वदेशी तत्वों ने ही अंजाम दिया था.
खान ने हालांकि पुलवामा घटना में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों की भूमिका को खारिज करने का प्रयास किया. उन्होंने दावा किया कि ‘यह भारतीय सुरक्षा बलों की क्रूरता से कट्टरपंथी बने कश्मीरी लड़के द्वारा किया गया स्वदेशी हमला था.’