अमेरिका के मिनियापोलिस शहर की सिटी काउंसिल ने पुलिस हिरासत में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉएड की मौत के मुकदमे में फ्लॉएड के परिवार के साथ 2.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 196 करोड़ रुपए में समझौता कर लिया है। बता दे पिछले साल 25 मई को एक पूर्व श्वेत अधिकारी डेरेक शॉविन (Derek Chauvin) ने लगभग नौ मिनट तक फ्लॉएड की गर्दन को अपने घुटनों से दबाए रखा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका, यूरोप समेत दुनियाभर के कई देशों में प्रदर्शन हुए थे।
सिटी काउंसिल से जार्ज फ्लॉयड के परिवार का हुआ समझौता।
बता दें कि अश्वेत जार्ज फ्लॉयड के परिवार के वकील बेन क्रम्प ने शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। यहाँ बेन क्रम्प ने सिटी काउंसिल के साथ हुए जार्ज फ्लॉयड के परिवार के समझौते के बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने (वकील ने) समझौते के बारे में पूरी जानकारी देते हुए कहा कि मिनियापोलिस का सिटी काउंसिल जार्ज फ्लॉयड के परिवार को करीब 196 करोड़ रुपये देगा।
कैसे हुई थी जार्ज फ्लॉयड की मौत ?
गौरतलब है कि पिछले साल 2020 में 25 मई को एक पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन ने करीब 9 मिनट तक अश्वेत जार्ज फ्लॉयड की गर्दन को अपने घुटनों के नीचे दबाए रखा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
क्या था जार्ज फ्लॉयड पर इलज़ाम ?
फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें गिरफ्तार करने वाले डेरेक ने 8 मिनट तक उनकी गर्दन पर पैर रखा था। फ्लॉएड इस दौरान मदद के लिए चिल्लाते रहे की वो सास नहीं ले पा रहे है लेकिन पुलिसकर्मी ने उनकी गर्दन से अपना पैर नहीं हटाया जिसके बाद आखिर में उनकी मौत हो गई। उनकी मौत में बाद वायरल हुए वीडियो ने पूरे अमेरिका सहित कई देशों में जमकर कोहराम मचाया था तो वही नस्लीय भेदभाव के खिलाफ भी जमकर आवाज उठाई गयी थी।
इतना ही नहीं इस घटना के बाद अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर के आंदोलन शुरू हो गए थे जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया में रंगभेद और नस्लभेद के खिलाफ आवाज बन गए। यूरोप समेत पूरी दुनिया में अश्वेतों के साथ दशकों से हो रहे भेदभाव के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए थे। और तो और ये मामला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले देश में बड़ा मुद्दा बन गया था।
जार्ज फ्लॉयड के परिवार ने लगाया था ये आरोप
जार्ज फ्लॉयड के परिवार ने जुलाई, 2020 में मिनियापोलिस प्रशासन के खिलाफ संघीय नागरिक अधिकार के उल्लंघन का मुकदमा दायर किया था और उनकी मृत्यु के लिए पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन और 3 अन्य अधिकारियों पर आरोप लगाया। फ्लॉयड के परिवार के आरोप के मुताबिक, मिनियापोलिस प्रशासन ने अपने पुलिसबल में जरूरत से ज्यादा फोर्स के इस्तेमाल और नस्लवाद की संस्कृति को पनपने दिया था।