चेन्नई का एक फार्मेसी कर्मचारी को बैंक की तरफ से एसएमएस मिला जिसमे की लिखा था कि उसके कोटक महिंद्रा बैंक खाते में ₹753 करोड़ जमा किए गए हैं। इसके बाद उसने इस घटना की जानकारी बैंक साखा को दी, जिसके बाद तेनाम्पेट में कोटक महिंद्रा बैंक शाखा, जहाँ फार्मेसी कर्मचारी का खाता है, ने इसे यह कहते हुए फ्रीज कर दिया कि गलत जमा एक तकनीकी खराबी के कारण हुआ था।
फार्मेसी कर्मचारी का नाम मोहम्मद इदरीस (30) है, जो काम के लिए तिरुनेलवेली जिले से चेन्नई आया था, पिछले 10 वर्षों से तेनाम्पेट क्षेत्र में रह रहा है और एक फार्मेसी में काम कर रहा है। शनिवार की सुबह इदरीस के बैंक खाते में ₹3,000 थे और उसने अपने एक दोस्त को ₹2,000 ट्रांसफर किए थे, जिसके बाद उसे बड़ी रकम जमा होने का संदेश मिला। इदरीस को एक मैसेज मिला जिसमें बताया गया कि उसके बैंक खाते में 753.48 करोड़ रुपये जमा किए गए थे और उसने तुरंत बैंक से संपर्क किया और इसके बारे में पूछताछ की।
इसके बाद ग्राहक को ठीक से जवाब दिए बिना, बैंक अधिकारियों ने उसके खाते की जानकारी लीऔर कुछ ही मिनटों में उसका खाता फ्रीज कर दिया। कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवक्ता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि एसएमएस मैसेजिंग में गड़बड़ी के कारण यह गड़बड़ी हुई। “गलत खाता शेष केवल संदेश में दिखाई देता है, खाते में नहीं। हम यह पुष्टि करना चाहते हैं कि ग्राहक का खाता ब्लॉक नहीं किया गया था। एक टीम त्रुटि को सुधारने पर काम कर रही है।
हालाँकि ये ऐसी पहली घटना नहीं है। तमिलनाडु में पिछले डेढ़ महीने में आम व्यक्तियो के बैंक खाते में कई सौ करोड़ रुपये जमा होने की यह तीसरी घटना है।
कुछ दिन पहले, तंजावुर के एक 29 वर्षीय व्यक्ति को अपने कोटक महिंद्रा बैंक खाते में ₹756 करोड़ मिले थे। बाद में बैंक को सूचित करने के बाद पैसे वापस कर दिए गए।
वही एक महीने पहले, चेन्नई में एक कैब ड्राइवर के खाते में तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक द्वारा गलती से ₹9,000 करोड़ जमा हो गए थे। जमा राशि प्राप्त करने के बाद, कैब ड्राइवर ने शहर के पुलिस आयुक्त के कार्यालय से संपर्क किया और आरोप लगाया कि लेनदेन के लिए बैंक से कोई उचित स्पष्टीकरण नहीं था और वह इस बात से चिंतित था कि क्या उसके बैंक खाते का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।