बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों अपनी बयानबाज़ी के चलते सुर्खियों में है। और यही बयानबाज़ी आज कल उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। अब हाल ही में कर्नाटक में एफआईर दर्ज होने के बाद अब मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। दरअसल एक्ट्रेस और उनकी बहन पर ट्वीट और इंटरव्यू के जरिए सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप है जिसके चलते उनपर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
Mumbai: Bandra Magistrate Metropolitan Court orders registration of police complaint against actor @KanganaTeam (in file photo) and her sister Rangoli Chandel on allegations of a complainant that they tried to create a divide between communities with social media posts. pic.twitter.com/a1wFBAd1dO
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) October 17, 2020
ख़बरों के मुताबिक, मुन्ना वराली और साहिल अशरफ सैयद नाम के दो याचिकाकरता ने कंगना के खिलाफ अदालत में यचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने कंगना के ट्वीट को भड़काऊ बताते हुए उनपर एफआईआर दर्ज करने की मांग थी। अब आज मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने मान लिया है और उनके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है।
FIR दर्ज होने के बाद किया ये ट्वीट।
Who all are fasting on Navratris? Pictures clicked from today’s celebrations as I am also fasting, meanwhile another FIR filed against me, Pappu sena in Maharashtra seems to be obsessing over me, don’t miss me so much I will be there soon ❤️#Navratri pic.twitter.com/qRW8HVNf0F
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 17, 2020
ये भी पढ़े : मनरेगा फर्जीवाड़ा ! मध्यप्रदेश में मनरेगा के मजदूरों के जॉब कार्ड में दीपिका पादुकोण, जैकलीन की फोटो, मिल रही थी मजदूरी भी
बता दे इससे पहले इसी हफ्ते की शुरुआत में कंगना पर कर्नाटक में भी एफआईआर दर्ज हुई थी। उनपर किसानों का अपमान करने का आरोप लगा था। कंगना के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 108, 153ए और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया था। कर्नाटक के तुमकुर कोर्ट ने किसानों पर ट्वीट के लिए कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का आदेश स्थानीय क्याथासांद्रा पुलिस स्टेशन को दिया था।
गौरतलब है कि एक्ट्रेस पर सुशांत की मौत और पालघर साधुओं की हत्या के मामले पर ट्वीट करने को लेकर भी मामला दर्ज कराया गया है. याचिकाकरता का कहना था कि इस बात की जांच करना जरूरी है कि “एक्ट्रेस ने ऐसा क्यों किया और इसकी आवश्यकता उन्हें क्यों पड़ी, क्यों उन्होंने लोगों को अपनी ही सरकार के खिलाफ भाड़काया.”
क्या था ट्वीट ?
कंगना ने 21 सितंबर को ट्वीट किया था, ‘जिन लोगों ने सीएए के बारे में गलत सूचना और अफवाह फैलाई, जिससे दंगे हुए थे, वो वही लोग हैं, जो अब किसान बिलों के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं और देश में आतंक पैदा कर रहे हैं और ये सब आतंकवादी जैसे है।’ बता दे इससे पहले भी वो 2 बार मुंबई की तुलना PoK से कर के सियासी बयानबाज़ी को तूल दे चुकी है। अब देखना होगा कि वो अब इस मामले में अपना पक्ष कब और कैसे रखती हैं।