मध्य प्रदेश: वैसे तो घूमने के लिए किसी मौसम की जरूरत नहीं होती. हर मौसम अपनी एक सुहानी यादों के साथ आता है. पर फिर भी सर्दी का मौसम घूमने के लिए बेहद खूबसूरत मौसम माना जाता है. और मान लीजिए कि अगर आप कहीं घूमने का प्लान कर रहे थे पर जा नहीं सके लेकिन अब सोच रहे हैं कि कहा जाना चाहिए तो… यह आर्टिकल आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है.
सर्दी के मौसम में यदि आप कही घूमने का मन बना रहे हैं पर यह नहीं समझ पा रहे कि कहां जाना चाहिए तो परेशान मत हों क्योंकि हम आपके लिए लाए है कुछ पिकनिक स्पॉट्स. वैसे तो भारत में कई जगह है घूमने के लिए पर हम आपको बताएंगे विंटर लोकेशन्स. तो चलिए जानते हैं कि सर्दी के महीनों में आपके लिए कहा जाना बेस्ट हो सकता है…
ओरछा
अगर आपको पौराणिक चीजों में दिलचस्पी है तो ओरछा आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. ओरछा निवाड़ी जिले में बेतवा नदी के तट पर बसा हुआ एक ऐतिहासिक शहर है. ओरछा का शाब्दिक अर्थ “छिपी हुई जगह” है, जो कभी कभी सच भी लगता है. क्यों की इतनी खूबसूरत और इतिहासिक जगह होने के बाद भी बहुत ही कम लोग इसके बारे में जानते है. यहां आपको अनेक आकर्षक मंदिर और महल मिलेंगे जो आप की कल्पना से भी परे होंगे. ओरछा का सबसे प्रशिद्ध मंदिर है रामराजा दरबार, यहाँ जाकर भगवान राम के दर्शन कर आर्शीवाद लेना ना भूले.
मांडू, धार
मांडू मध्य प्रदेश में एक प्रमुख पर्यटन केंद्र में से एक है. मांडू ऐतिहासिक स्थान हरे-भरे जंगल के बीच एक बड़ी पहाड़ी पर बसा हुआ है. यहाँ के प्रमुख आकर्षण के केंद्र जैसे रानी रूपमती मंडप, जहाज महल, होशंग शाह का मकबरा, बाज बहादुर पैलेस जैसे विरासत स्थलों से भरा हुआ है जो इसे मध्य प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक बनाता है.
पचमढ़ी, होशंगाबाद
पचमढ़ी प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो ‘सतपुड़ा की रानी’ के रूप में जाना जाता है. अगर आप प्राकृतिक प्रेमी है तो आपके यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है. प्रकृति, वन्य जीवन, धर्म और पौराणिक कथाओं के अवास्तविक मिश्रण के साथ, पंचमढ़ी का प्राचीन हिल स्टेशन पर्यटकों अपनी ओर आकर्षित करता है. अंग्रेजो के ज़माने से ही यह पर्यटकों के लिए जाना जाता है. शहरी वातावरण से दूर ताजी हवा और शांत स्थान के रूप में यह पर्यटकों को बेहद पसंद आता है.
भीमबेटका, रायसेन
भीमबेटका घने जंगलों और पहाड़ों के बीच में स्थित है. यहाँ की गुफाओ में सदियों पुरानी मानव सभ्यता के प्रमाण मौजूद है. संभव तह यह स्थान दुनिया के किसी अन्य भूभाग में पाए जाने वाले मानव प्रमाणिकता से पुराने है. यहाँ की गुफाओ में बने शैलचित्र लगभग 30000 वर्ष से पुराने है. इन शैलचित्रों में यहाँ रहने वाले इंसानो की जीविका को दर्शाया गया है. भीमबेटिका में सदियों पुराने रॉक शेल्टर देखे जा सकते है जो कभी इस स्थान पर रहने वाले इंसानो के घर हुआ करते थे.