छत्तीसगढ़ के बीजापुर के तररेम में बीते शनिवार को हुई नक्सली मुठभेड़ में भारत ने अपने 22 जवान खो दिए जबकि एक जवान इस पूरे एनकाउंटर में अभी भी लापता है। वहीं दूसरी और, एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों ने अगवा कर लिया है। इस बात की की पुष्टि पर मोहर उस वक़्त लग गई जब नक्सलियों ने एक प्रेस नोट जारी कर दी । अब उनके पास अगवा जवान को रिहा करने के लिए नक्सली भारत सरकार के सामने एक शर्त रखना चाहते है। नक्सलियों का वादा है कि अगर सरकार कि अगर सरकार कि तरफ से कोई मध्यस्थता को आये और उनकी शर्तों को माने तो वो उनके पास जो जवान है उसको रिहा कर देंगे।
इधर इस नक्सली मुठभेड़ के बाद से लापता सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास की तस्वीर सामने आई है। सीआरपीएफ कमांडो राकेश्वर सिंह की फोटो जारी कर नक्सलियों ने दावा किया है कि जवान सुरक्षित है. इससे पहले नक्सलियों ने कुछ स्थानीय मीडियाकर्मियों को एक पत्र जारी कर कहा था कि लापात जवान उनके कब्जे है।
क्या है प्रेस नोट में ?
मिली जानकारी के मुताबिक एक प्रेस नोट के जरिए नक्सलियों ने सरकार से मध्यस्थता करने की बात कही है। इसके लिए वे सरकार पर मध्यस्थता करने वाले के नाम तय करने का दबाव बना रहे हैं। वहीं, बातचीत होने के बाद जवान को रिहा करने की भी बातचीत कर रहे हैं। ख़ास बात ये है कि प्रेस नोट में यह भी दावा किया गया है कि जब तक सरकार से बातचीत नहीं होती है, तब तक जवान को रिहा नहीं किया जाएगा।
In Bijapur attack,24 security personnel lost lives,31 injured & 1 in our custody. 4 People's Liberation Guerrilla Army personnel lost lives. Ready to negotiate with govt,they can announce mediators. Will release him. Police Jawans not our enemies:Communist Party of India (Maoist) pic.twitter.com/VvMSnuAafc
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) April 7, 2021
नोट में हमले की भी है जानकारी।
दो पेज के पत्र में कहा गया है, ‘बीजापुर हमले में 24 सुरक्षाकर्मियों की जान गई, 31 घायल हुए, 1 हिरासत में है। पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के 4 जवानों की जान चली गई। हम सरकार से बातचीत को तैयार हैं। वे मध्यस्थों की घोषणा कर सकते हैं। हम उसे रिहा कर देंगे। जवान हमारे दुश्मन नहीं।
इन सब के बीच बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्रा ने बताया, ‘मुझे नक्सलियों की तरफ से दो बार फोन आया कि एक जवान उनकी हिरासत में है। उन्होंने कहा कि जवान को गोली लगी है और उसका इलाज किया गया है। उसे 2 दिनों में रिहा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जवान का एक वीडियो और फोटो जल्द ही जारी किया जाएगा।
I received two calls from Naxals that one jawan is in their custody. They said the jawan received bullet injury&was given medical treatment,& he'll be released in 2 days. They said a video&photo of jawan to be released soon: Ganesh Mishra, a journalist from Bijapur, Chhattisgarh pic.twitter.com/2lXRNnfggX
— ANI (@ANI) April 7, 2021
क्या कहना है CRPF का ?
इस बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह का कहना है कि अगवा जवान की रिहाई के लिए पुलिस चौतरफा प्रयास कर रही है। बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि मीडिया समेत गांव के मध्यस्थों को इस काम में लगाया गया है। इलाके की सघन तलाशी भी ली जा रही है। अभी जवान की लोकेशन का पता नहीं चला है, पर जल्द ही उसे रिहा करा लेंगे।
31 जवानों का अब भी चल रहा इलाज।
तररेम में हुई मुठभेड़ में 31 जवान घायल हुए हैं। इनमें 7 का इलाज राजधानी रायपुर और 23 का इलाज बीजापुर में किया जा रहा है। बता दे, मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को सोमवार को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी गई थी।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू में स्थानीय लोगों और CRPF जवान राकेश्वर सिंह मन्हास के परिवार ने जम्मू-अखनूर हाईवे जाम किया और नक्सलियों के कब्जे से उन्हें छुड़ाने की मांग की। #ChattisgarhNaxalAttack #Chattisgarh#BijapurEncounter#BijapurNaxalAttack#BijapurAttack#NaxalAttack #Jammu pic.twitter.com/Se1UznqlCg
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) April 7, 2021