कर्नाटक में अपनी मांगों को लेकर सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे सरकारी बसों का परिचालन ठप हो गया है। बता दे ये हड़ताल कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन कर्मचारी लीग के बैनर तले कर्मचारी संशोधित वेतन लागू नहीं किए जाने के कारण हो रही हैं।
#Karnataka: Bus terminal in Shivamogga wears a deserted look as employees of Karnataka State Road Transport Corporation (#KSRTC) go on an indefinite strike over their demand for revision of salary #KarnatakaTransportStrike #Karnataka #TransportWorkersProtest #Transportstrike pic.twitter.com/23RiPYdUZc
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) April 7, 2021
कौन – कौन है इस हड़ताल में शामिल ?
इस हड़ताल में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) सहित बेंगलौर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BMTC), नॉर्थ वेस्टर्न कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NWKRTC) और नॉर्थ ईस्टर्न कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NEKRTC) के कर्मचारी भी शामिल हैं।
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क्या है इन सब की मांग ?
हड़ताल पर गए लोगों का आरोप है कि राज्य सरकार परिवहन निगम के कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग के तहत सैलरी नहीं दे रही है। इधर हड़ताल से राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रभावित होने वाला है। लैब जनता को इस हड़ताल से ज़्यादा प्रभाव न पड़े इसीलिए KSRTC ने प्राइवेट बसों के संचालन के लिए अस्थायी परमिट दिया है। इतना ही नहीं राज्य सरकार ने हड़ताल को देखते हुए प्राइवेट बसों और स्कूल बसों के साथ कलबुर्गी, बेलागावी, हुबली, मैसूर और अन्य जगहों पर ट्रेनों के संचालन को भी बढ़ाया है।
इन सब के बीच केएसआरटीसी के डिवीजन कंट्रोलर नागराज का कहना है कि, ‘आरटीओ के संयुक्त आयुक्त ने आज सुबह आकर सभी निजी ऑपरेटरों से संपर्क किया। उन्होंने लोगों को लाने-ले जाने की व्यवस्था की है। हम जनता को अच्छी सेवा देने के लिए तत्पर हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि हम निजी सेवाओं का उपयोग कर लोगों को परिवहन के लिए सुबह से संघर्ष कर रहे हैं। इस हड़ताल से प्रभावित होने वाले लोगों के परिवहन के लिए टेक्सीकैब का इस्तेमाल बाद में किया जाएगा।