देश में कोरोना महामारी के चलते रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी मांग उठ रही है और ये मांग इतनी ज़्यादा है कि देश में अब उसकी किल्लत होने लगी है। अब इसकी ही कमी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर आई है। दरअसल केंद्र सरकार ने मंगलवार को इस इंजेक्शन व इसके कच्चे माल के आयात पर कस्टम्स ड्यूटी खत्म कर दी। अब इससे ये सस्ते हो सकते हैं।
Govt waives import duty on Remdesivir API, injections and specific inputs. pic.twitter.com/hTymtccpW8
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) April 20, 2021
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की है कि कोविड-19 के इलाज में कारगर मानी जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन को बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (Remdesivir API) के आयात पर कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। यही नहीं, रेमडेसिविर इंजेक्शन के आयात को भी ड्यूटी फ्री यानी (Import Duty Free) कर दिया गया है। बता दे केंद्र सरकार की इस घोषणा से आने वाले दिनों में देश में ये दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने की उम्मीद की जा सकती है।
कब तक रहेगी ये छूट लागू ?
राजस्व विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि केंद्र सरकार ने जिन वस्तुओं पर शुल्क माफ किया गया है, उनमें रेमेडिसविर के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री (एपीआई), रेमेडिसविर इंजेक्शन और बीटा साइक्लोडोडेक्स्ट्रिन शामिल हैं। आयात शुल्क में यह छूट 31 अक्टूबर तक लागू रहेगी।
ये भी पढ़े: कोरोना के चलते प्रतिबंधों के बीच यूके जाने वाली और यूके से भारत आने वाली एयर इंडिया की उड़ानें 30 अप्रैल तक रद्द
In line with PM @NarendraModi's priority to ensure affordable medical care for COVID-19 patients, imports of Remdesivir API, injection and specific inputs have been made import duty free. This should increase supply and reduce cost thus providing relief to patients. pic.twitter.com/F40SX8mNeS
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 20, 2021
इस बीच केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि अगले 15 दिनों में एंटी वायरल दवा रेमडेसिवर का उत्पादन दोगुना कर दिया जाएगा। बता दें कि एंटी वायरल दवा रेमडेसिवर को लेकर कई राज्यों से कमी की खबर आ रही है। केंद्रीय मंत्री मांडविया ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश में कहा था कि भारत सरकार देश में रेमेडिसविर इंजेक्शन के उत्पादन को बढ़ाने और कम कीमत पर उपलब्ध कराने के सभी प्रयास कर रही है।
अभी कितना हो रहा है देश में उत्पाद।
वर्तमान में, कथित तौर पर रेमेडिसवीर की प्रतिदिन 150,000 शीशियों का उत्पादन प्रति दिन किया जा रहा है और, अगले 15 दिनों में, उत्पादन को दोगुना करके 300,000 शीशियां प्रत्येक दिन किये जाने का संकल्प है।
सरकार के हस्तक्षेप के बाद हाल ही में कम हुए है दाम।
बता दे राष्ट्रीय औषधि मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) ने पिछले सप्ताह कहा था कि सरकार के हस्तक्षेप के बाद विभिन्न दवा कंपनियों ने रेमडेसिविर के दाम घटाए हैं।
- कैडिला हेल्थकेयर ने रेमडैक (रेमडेसिविर 100 एमजी) इंजेक्शन का दाम 2,800 से रुपये से घटाकर 899 रुपये कर दिया है।
- इसी तरह सिंजीन इंटरनेशनल ने अपने ब्रांड रेमविन का दाम 3,950 रुपये से घटाकर 2,450 रुपये कर दिया है।
- हैदराबाद की डॉ रेड्डीज लैब ने रेडवाईएक्स का दाम 5,400 से घटाकर 2,700 रुपये कर दिया है।
- इसी तरह सिप्ला ने अपने सिपरेमी ब्रांड का दाम 4,000 रुपये से घटाकर 3,000 रुपये कर दिया है।
- मेलान ने अपने ब्रांड का दाम 4,800 से घटाकर 3,400 रुपये कर दिया है।
- जुबिलेंट जेनेरिक्स ने अपने रेमडेसिविर का ब्रांड का दाम 4,700 से घटाकर 3,400 रुपये किया है।