शुक्रवार देर रात मध्य मोरक्को में 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें हज़ारो की संख्या में लोग मारे गए। इसमें ऐतिहासिक शहर माराकेच में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा। अब इसी हादसे से जुड़ा एक वीडियो इंटरनेट पे वायरल हो रहा है। वीडियो में एक शख्स को मिट्टी में दबे एक नवजात बच्चे को बहार निकालते देखा जा सकता है। इससे शेयर करते हुए लोगो ने दावा किया की वीडियो मोरोरको का है जहां भूकंप के बाद एक नवजात शिशु को मलबे से बहार निकला गया।
एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “मोरक्को में 6.8 तीव्रता के भूकंप के बाद मलबे से एक नवजात शिशु को निकाला गया।
इस बच्चे के लिए प्रार्थना करें।”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
इसे फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया गया |
फैक्ट चेक
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल दावा भ्रामक है। दरअसल वीडियो उत्तर प्रदेश के कानपूर का है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने पाया की कई लोग पोस्ट के कमेंट सेक्शन में इसे कानपूर की घटना बता रहे है। कुछ ट्वीटस में लोगो ने कानपूर पुलिस को भी टैग कर रखा है। ऐसे ही एक पोस्ट पे कानपुर देहात पुलिस ने क्षेत्राधिकारी भोगनीपुर के बयान का वीडियो पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने बताया कि ये बच्चा पुलंदर, मूसानगर के निवासी राजेश और रेशमा को मिला था। पुलिस के बयान के मुताबिक बच्चा स्वस्थ और डॉक्टरों की देखरेख में है।
— Kanpur Dehat Police (@kanpurdehatpol) September 10, 2023
आगे पड़ताल के दौरान हमने वायरल वीडियो को रिवर्स सर्च के साथ कुछ कीवर्ड की मदद से खोजा। । इस दौरान हमे दैनिक भास्कर की तीन दिन पुरानी एक रिपोर्ट मिली जिसमे वीडियो के स्टिल्स को देखा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, मामला मूसानगर थाना क्षेत्र के पुरंदर गांव का है। सर्किल अफसर रविकांत गौड़ ने बताया कि गांव की किसी महिला ने जिंदा बच्चे को मिट्टी में दफन कर दिया. इसी बीच खेतों के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और मौके पर पहुंचे। फिर ग्रामीणों ने मिलकर मिट्टी हटाकर बच्चे को बाहर निकाला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी. साथ ही बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
वही अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मिट्टी में दबे होने के चलते बच्चे की सांस नली में कुछ मिट्टी के पार्ट चले गए हैं। इसकी वजह से उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसकी शरीर पर घाव थे। लेकिन, अभी वह ठीक है। उसको चम्मच से दूध पिलाया गया है। फ़िलहाल बच्चा खतरे से बहार है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो उतर प्रदेश के कानपूर का है। इसका मोरक्को में आये भूकंप से कोई लेना देना नहीं है।