पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में आज से भारतीय सैनिकों की गश्त शुरू, LAC से पीछे हटे चीन के सैनिक
चीन के साथ तनाव कम होने के बाद भारतीय सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में फिर से गश्त शुरू कर दी है। दोनों ही देशों ने लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सेनाओं को पीछे हटाने के वादे को हाल ही मे पूरा किया। जल्द ही डेपसांग सेक्टर में भी गश्त बहाल होने की उम्मीद है। बुधवार को भारतीय सेना अधिकारी ने जानकारी दी कि पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और डेपसांग क्षेत्रों में तनाव कम करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिससे इन संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त का रास्ता साफ हो गया है।
पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में आज से भारतीय सैनिकों की गश्त शुरू हो गई है। देपसांग सेक्टर में भी जल्द ही गश्त शुरू होने की उम्मीद है: भारतीय सेना के सूत्र pic.twitter.com/ZdK1FrqUzS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 1, 2024
इसी कड़ी में गुरुवार को भारत-चीन की सेनाओं के बीच दिवाली पर मिठाइयों का भी आदान-प्रदान हुआ। शुक्रवार को दोनों देशों ने सीमाई समझौते का पालन करते हुए गश्त भी शुरू कर दी है। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों के पीछे हटने और गश्त के दोबारा शुरू होने को दोनों देशों के बीच चार साल से अधिक समय से जारी गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। जून 2020 में गलवां घाटी में हुई झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर टकराव की स्थिति थी और भारत-चीन संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
कई चरणों की बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच यह गतिरोध खत्म हुआ। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ब्रिक्स सम्मलेन से ठीक एक दिन पहले खुलासा किया था कि दोनों देश के बीच सीमा पर जारी गतिरोध पर सहमति बन गई है। इसके बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी।
इस बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश के बुमला में सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंंचे थे। यहां चीनी सेना के जवानों से बात करने और इन्फ्रास्ट्रक्चर को देखकर हर किसी को भारत के सीमाई इलाकों के विकास पर गर्व होगा।