त्रिवेणी में आराधना, महाप्रसाद की सेवा, और लाखों भक्तों के लिए एक मिसाल — महाकुंभ में गौतम अडाणी का योगदान
प्रयागराज में चल रहे ऐतिहासिक महाकुंभ 2025 में इस बार एक अलग ही आध्यात्मिक समर्पण देखने को मिल रहा है। देश के प्रमुख उद्योगपति और अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने महाकुंभ मेले में भक्तों को भोजन परोसने के लिए इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के साथ हाथ मिलाया है। यह पहल न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक बनी, बल्कि लाखों लोगों के लिए मानवता की सेवा का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत कर रही है।
गौतम अडाणी मंगलवार को प्रयागराज के इस्कॉन पंडाल पहुंचे, जहां उनका और उनकी पत्नी का इस्कॉन शिविर में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने महाप्रसाद बनाते हुए श्रद्धालुओं में भोजन बांटने की सेवा भी की। इस पहल के तहत अदाणी समूह और इस्कॉन रोजाना लाखों भक्तों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
50 लाख श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा’
महाकुंभ मेले में अडाणी समूह और इस्कॉन ने मिलकर महाप्रसाद सेवा नामक पहल शुरू की है, जिसके तहत मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर स्थित दो विशाल रसोईघरों में भोजन तैयार किया जा रहा है। यह भोजन मेला परिसर में 40 अलग-अलग स्थानों पर वितरित किया जा रहा है। कुल मिलाकर, यह पहल 26 फरवरी तक 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को भोजन प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
गौतम अडाणी ने कहा, “महाकुंभ के दौरान इस्कॉन के साथ सेवा का यह अनुभव अविस्मरणीय है। सेवा, सही मायनों में, देशभक्ति का सर्वोच्च रूप है। यह प्रार्थना है, यह ध्यान है, और यह भगवान की पूजा के समान है।”
भक्ति और सेवा का अनूठा संगम
गौतम अडाणी ने त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना की और प्रयागराज के प्रसिद्ध बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन भी किए। उन्होंने इस्कॉन मंदिर में आरती कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इसके बाद वे परिवार के साथ रसोई घर पहुंचे, जहां उन्होंने महाप्रसाद तैयार करने की प्रक्रिया में भाग लिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन में भाग लेना और इस्कॉन जैसे समर्पित संगठन के साथ सहयोग करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
महाप्रसाद सेवा के अतिरिक्त, बुजुर्गों, दिव्यांगों और बच्चों वाली माताओं की सहायता के लिए गोल्फ कार्ट जैसी विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही, इस पहल के तहत 5 लाख गीता सार की प्रतियां भी श्रद्धालुओं के बीच वितरित की जा रही हैं, जिससे उनका आध्यात्मिक अनुभव और गहरा हो सके।
“गौतम अडाणी की विनम्रता प्रेरणादायक है”
इस्कॉन के गुरु प्रसाद स्वामीजी ने गौतम अडाणी के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “अडाणी समूह कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है। गौतम अडाणी की विनम्रता और सेवा भाव प्रेरणादायक हैं। वह सेवा के लिए आगे बढ़ते हैं और हमेशा निस्वार्थ भाव से योगदान करते हैं।”
भक्तों ने की प्रशंसा
महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने अडाणी समूह और इस्कॉन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की। यूपी के जौनपुर से आए अंकित मोदनवाल ने कहा, “महाप्रसाद की यह व्यवस्था बेहद शानदार है। यहां किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जा रहा है, और खाने की गुणवत्ता बहुत अच्छी है।”
झारखंड के जमशेदपुर से आए एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “भक्तों के लिए इस्कॉन और अदाणी समूह द्वारा आयोजित भंडारा सेवा अद्वितीय है। इससे लोगों को मदद मिल रही है और सनातन धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।”
धर्म, सेवा और समर्पण का आदर्श उदाहरण
महाकुंभ में गौतम अडाणी का योगदान न केवल धर्म और सेवा का संगम है, बल्कि यह कॉर्पोरेट जगत और आध्यात्मिक संस्थानों के बीच सहयोग का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। लाखों भक्तों के लिए निशुल्क भोजन, गीता सार का वितरण और सेवा भाव ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया है।